Poisonous liquor case in Prayagraj: जोन के 50 से अधिक पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई, शराब माफिया, तस्करों से मिलीभगत के आरोप

Poisonous liquor case in Prayagraj प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि गोपनीय जांच हुई थी जिसमें कई पुलिस कर्मियों की संलिप्तता शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों के साथ होना पाया गया है। इन सभी के खिलाफ मुख्यालय स्तर से कार्रवाई शुरू हो रही है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:31 AM (IST)
Poisonous liquor case in Prayagraj: जोन के 50 से अधिक पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई, शराब माफिया, तस्करों से मिलीभगत के आरोप
गोपनीय जांच के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय और शासन को भेजी है।

प्रयागराज,जेएनएन। प्रयागराज जोन के अलग-अलग जिले में तैनात कथित तौर पर दागी 50 से अधिक पुलिस कर्मियों पर जल्द ही कार्रवाई होगी। इन सभी पर शराब माफिया, तस्कर और अवैध कारोबार से जुड़े लोगों से मिलीभगत के आरोप हैं। गोपनीय जांच के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय और शासन को भेजी है, जिसके आधार पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। इससे प्रयागराज समेत अन्य जिलों के पुलिसर्किमयों में खलबली मच गई है।

प्रयागराज जोन में जहरीली शराब से मौत के कई मामले सामने आए

करीब दो माह पहले प्रतापगढ़, प्रयागराज और चित्रकूट जिले में जहरीली शराब से एक के बाद एक कई लोगों की मौत हुई थी। प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा 14 लोगों की जान गई थी। घटना के बाद प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग के कई अफसरों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था। मगर जहरीली शराब से होने वाली मौत को लेकर उच्चाधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई थी। छानबीन में पता चला था कि सफेदपोश, पुलिस और माफिया के गठजोड़ से अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है। फिर जोन के आठों जिलों में अवैध शराब से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई तो कई चेहरे बेनकाब हो गए। बड़े-बड़े अड्डों का भंडाफोड़ हुआ था।

शासन स्‍तर से मिला था गोपनीय जांच का निर्देश

अधिकारियों का कहना है घटना के बाद ही शासन स्तर से गोपनीय जांच करने का निर्देश मिला। इसके लिए जिलेवार अलग-अलग टीमें बनाईं गईं और उनके बारे में जानकारी जुटाई गई। गोपनीय जांच में 50 से अधिक इंस्पेक्टर, दारोगा, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल की भूमिका संदिग्ध मिली। कुछ पुलिस कर्मियों की मदद से ही शराब माफिया व तस्कर अवैध शराब का कारोबार कर रहे थे। ऐसे लोगों की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय व शासन को भेजी गई है, जिन्हें जल्द ही प्रयागराज जोन से बाहर किया जाएगा।

बोले एडीजी जोन

प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि गोपनीय जांच हुई थी, जिसमें कई पुलिस कर्मियों की संलिप्तता शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों के साथ होना पाया गया है। इन सभी के खिलाफ मुख्यालय स्तर से कार्रवाई शुरू हो रही है।

chat bot
आपका साथी