Government Medical College : प्रतापगढ़ के लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज का मिलेगा तोहफा, आधुनिक सुविधा मिलेगी

प्रतापगढ़ के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इसी के तहत राजकीय मेडिकल कालेज बन रहा है। अस्पताल में 500 बेड सहित आधुनिक सुविधाएं मरीजों को मिल सकेगी। कोरोना वायरस लॉकडाउन में कार्य बंद कर दिया गया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 02:16 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 02:16 PM (IST)
Government Medical College : प्रतापगढ़ के लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज का मिलेगा तोहफा, आधुनिक सुविधा मिलेगी
प्रतापगढ़ जनपद में राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्‍पताल बनाया जा रहा है।

प्रतापगढ़, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में रहने वाले लोगाें के लिए स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी सुविधा बढ़ाने की कवायद की जा रही है। इसी के तहत जिले की स्वास्थ्य सुविधा बढऩे वाली है। इसके लिए राजकीय मेडिकल कालेज बन रहा है। इसमें 500 बेड का आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल बनना है। इसमें से 300 बेड के वार्ड पहले से बने हैं। जो दस साल पहले के हैं उनको नहीं तोड़ा जाएगा। बाकी 53 इमारतें गिराने का आदेश हुआ है।

मेडिकल काॅलेज का प्रमुख हिस्से का निर्माण जारी

प्रोजेक्ट की कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम ने कार्य तेज करते हुए पुराने सीएमओ कार्यालय को लगभग ध्वस्त कर दिया है। कर्मियों के आवास भी गिराए जा रहे हैं। दिन में अस्पताल में भीड़ होने से मलबा रात में हटवाया जा रहा है। रात नौ बजे से ट्रकों का आना शुरू हो जाता है। पूरी रात काम होता है। उधर पूरे केशव राय में मेडिकल काॅलेज का प्रमुख हिस्सा भी तेजी से आकार ले रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगे लाॅकडाउन के कारण बीच में काम रुक गया था। बाधा न आई होती तो अब तक फाइनल के करीब पहुंच गया होता।

बोले, प्रोजेक्‍ट मैनेजर

इस बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर गनपति राजू का कहना है कि इस वक्त 200 से अधिक श्रमिक काम कर रहे हैं। इस साल के अंत तक काम पूरा करने का प्रयास है। जिला अस्पताल में मेडिकल कालेज के मानक की सुविधाएं उपलब्ध कराने को शासन ने काम में तेजी लाने को कहा है। इस पर अस्पताल की पुरानी इमारतों को तोडऩे का काम तेज हो गया है। धीरे-धीरे मरीजों के बेहतर इलाज की उम्मीद आकार ले रही है।

मरीजों की जान पर रही आफत

अब तक जिले में जो चिकित्सा संसाधन हैं वह पर्याप्त नहीं हैं। ट्रामा सेंटर बन तो गए हैं, पर उनमें डाॅक्टर की तैनाती नहीं हो सकी है। लोग वहां जाकर मायूस होते हैं। ऐसे में सीटी स्कैन जैसी सुविधा यहां के लोगों की लोगों की नहीं मिल पाती। मरीज को लखनऊ, दिल्ली, प्रयागराज ले जाना पड़ता है। कई बार मरीजों की जान पर बन आती है। यहां के जनप्रतिनिधि भी अब तक इस ओर उदासीन रहे। पीएम मोदी ने जब यूपी को कई मेडिकल कालेज दिए तो उसमें प्रतापगढ़ को भी मिल गया।

chat bot
आपका साथी