कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में रिकार्ड बना रहे संगम नगरी के लोग, आप भी जानें कैसे

यह जानकर हैरानी होगी कि अब जिले में कोरोना संक्रमण की गिरफ्त में केवल 10 लोग हैं जबकि जनसंख्या करीब 60 लाख है। यह स्थितियां बताती हैं कि आने वाले दिनों में जिला कोविड-19 महामारी से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 10:29 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 10:29 AM (IST)
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में रिकार्ड बना रहे संगम नगरी के लोग, आप भी जानें कैसे
कोरोना वायरस को पराजित करने की दिशा में प्रयागराज के लोग जागरूक हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज यानी संगम नगरी की माटी ही कुछ ऐसी है कि यहां के निवासियों को किसी राष्ट्रीय अभियान में आगे रहकर रिकार्ड बनाने का जुनून रहता है। यही जुनून अब कोरोना से जंग में जीत की ओर बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमण एक अक्टूबर को जिले में शू्न्य रहा तो ठीक पीछे के महीने सितंबर में भी 10 दिन ऐसे रहे जब कोरोना से कोई भी संक्रमित नहीं मिला था। केवल यही नहीं, संगमनगरी के लोगों ने टीके लगवाने में भी डेढ़ महीने के अंदर दो बार सूबे में अव्वल रहकर रिकार्ड बनाया है।

60 लाख की आबादी में सक्रिय केस मात्र 10

कोरोना वायरस की हालत अब पस्त हो गई है। लोगों ने कोरोनारोधी टीके लगवाने में इतनी तेजी दिखाई है कि यहां के लोगों की एंटीबाडी में जबर्दस्त विकास हुआ है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अब जिले में कोरोना संक्रमण की गिरफ्त में केवल 10 लोग हैं, जबकि जनसंख्या करीब 60 लाख है। यह स्थितियां बताती हैं कि कोरोना वायरस से यहां के लोग जीत के लगभग करीब हैं और आने वाले दिनों में जिला कोविड-19 महामारी से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।

टीके से बढ़ी रोग प्रतिरोधक क्षमता : जिला सर्विलांस अधिकारी

जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एके तिवारी और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. तीरथलाल संयुक्त रूप से बताते हैं कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बेहद कारगर साबित हुआ। बताया कि अब तक 27 लाख 86 हजार 665 लोगों को पहला टीका लग चुका है। इनमें 588606 लोग टीके की दूसरी डोज भी लगवा चुके हैं। यह लोगों का जुनून ही है कि जहां एक दिन में पांच या छह हजार लोगों को टीका लगाने में मुश्किल होती थी वहीं अब मेगा अभियान में एक दिन में एक लाख से अधिक लोग भी टीके लगवाने केंद्रों पर पहुंचते हैं। इसी का परिणाम है कि यहां के लोग कोरोना से लड़ने में सक्षम हो रहे हैं और किसी के भी संक्रमित न मिलने का सिलसिला दिनों दिन बढ़ रहा है। बताया कि कोविड प्रोटोकाल का पालन भी यहां खूब हुआ। यह एहतियात कुछ और दिनों तक बरतने की जरूरत है।

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