जिंदगी बचाने को आगे आए शहरी, प्रयागराज के रामबाग ओवरब्रिज पर मंझे से न कटेगी गर्दन, लगाया तार
पतंग उड़ाने में चाइनीज मंझा का इस्तेमाल से हो रही घटनाओं की वजह से शहर के युवा इसका खतरा दूर करने के लिए सक्रिय हो उठे हैं। दो दिन पहले नए यमुना पुल पर चाइनीज मंझा से गर्दन कटने से सिविल लाइंस में रहने वाले शख्स की जान चली गई
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रामबाग ओवरब्रिज पर अब चाइनीज मंझा से किसी की गर्दन नहीं कटेगी। ओवरब्रिज के पास आजाद नगर साउथ मलाका में रहने वाले युवकों ने चंदा एकत्र कर शनिवार को यहां दोनों तरफ जीआइ तार लगवा दिया है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग और नगर निगम में प्रार्थना पत्र देकर अनुमति ली गई थी। युवाओं द्वारा उठाए गए इस कदम की लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
40 हजार रुपये जुटाकर दूर किया खतरा
पतंग उड़ाने में चाइनीज मंझा का इस्तेमाल किए जाने से आए दिन हो रही घटनाओं को लेकर भले ही जिम्मेदार अधिकारी उतने संजीदा न हों, लेकिन शहर के युवा इसके प्रति सक्रिय हो उठे हैं। दो दिन पहले नए यमुना पुल पर चाइनीज मंझा से गर्दन कटने की वजह से सिविल लाइंस इलाके में रहने वाले ए जान भी चली गई थी। इसी सब को लेकर आजाद नगर साउथ मलाका के अजय कुमार, शानू, छोटे, दानिश, मेराज, अनकमा, निक्की, हाफिज, रूमान, टाटा आदि युवकों ने मिलकर ओवरब्रिज पर जीआइ तार लगवाने का निर्णय लिया। अजय कुमार के नेतृत्व में नगर निगम जाकर महापौर अभिलाषा गुप्ता को प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद लोक निर्माण विभाग में भी जाकर प्रार्थना पत्र दिया गया। दोनों जगह से अनुमति मिलने के बाद शनिवार को नगर निगम से हाईड्रोलिक मशीन मंगवाकर ओवरब्रिज के दोनों तरफ जीआर तार लगवाया गया। रामबाग चौराहे से लेकर मेडिकल चौराहे तक इसे लगाने में 40 हजार से अधिक का खर्च आया, जिसे युवाओं ने मिलकर पूरा किया। जीआइ तार लगने के कारण अब पतंग की डोर ओवरब्रिज पर नहीं गिरेगी, बल्कि जीआइ तार के ऊपर से ही निकल जाएगी। युवाओं द्वारा उठाए गए इस कदम का साउथ मलाका, नार्थ मलाका, मलाकराज, रामबाग, कोठापार्चा, बाई का बाग समेत अन्य इलाकों के लोग सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब वे बिना किसी डर के ओवरब्रिज से आवागमन कर सकते हैं।
व्यू कटर भी है प्रस्तावित
लोक निर्माण विभाग द्वारा शहर के कई ओवरब्रिज और फ्लाईओवर पर चाइनीज मांझा से लोगों को बचाने के लिए ब्यू कटर लगाने की योजना है। इसके तहत रामबाग ओवरब्रिज पर भी इसे लगाया जाना है। इसके लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। इसकी लागत दो करोड़ 57 लाख रुपये बताई गई है।