महंत की षोडशी पर बलवीर बन सकते हैं पीठाधीश्वर!

सीबीई जांच जल्द ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाएगी। बलवीर को पीठाधीश्वर बनाने की तैयारी हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 01:55 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 01:55 AM (IST)
महंत की षोडशी पर बलवीर बन सकते हैं पीठाधीश्वर!
महंत की षोडशी पर बलवीर बन सकते हैं पीठाधीश्वर!

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की रजिस्टर्ड वसीयत की बात सामने आने पर श्रीनिरंजनी अखाड़ा के पंच परमेश्वर की शनिवार को घटों मंत्रणा हुई। दारागंज स्थित आश्रम में महात्माओं ने मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। एक पक्ष ने महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी पर बलवीर गिरि को मठ का पीठाधीश्वर बनाने की प्रक्रिया पूरी कर लेने पर जोर दिया। तर्क दिया गया कि सीबीआइ जाच जल्द ही किसी निष्कर्ष पर शायद ही पहुंच पाए। ऐसे में बड़े मठ को खाली नहीं छोड़ा जा सकता। बलवीर गिरि इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उनका इतना ही कहना है कि अखाड़े के पंचों का निर्णय उन्हें शिरोधार्य होगा।

कहा जा रहा है कि आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने भी बलवीर गिरि को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी का पीठाधीश्वर बनाने पर अपनी सहमति दे दी है, फिर भी कुछ महात्मा अभी किसी को पीठाधीश्वर बनाने के पक्ष में नहीं हैं। शुक्रवार को नरेंद्र गिरि की वसीयत लिखने वाले वकील ऋषि शंकर द्विवेदी सामने आए थे। उन्होंने बताया कि नरेंद्र गिरि की अंतिम वसीयत बलवीर गिरि के नाम है। हालांकि सुसाइड नोट की राइटिंग व हस्ताक्षर पर उन्हें संदेह है। नरेंद्र गिरि की षोडशी (मृत्यु की तिथि से 16 वां दिन) पाच अक्टूबर को है। इसी दिन अखाड़े के कुछ पंचों ने बलवीर को पीठाधीश्वर बना लेने की औपचारिकता पूरी करने का सुझाव दिया है। चूंकि अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है, इसलिए मंत्रणा जारी रहेगी और पंचों की आगे भी बैठक होगी। अखाड़े के सचिव और कर्ताधर्ता श्रीमहंत रवींद्र पुरी कहते हैं कि षोडशी बड़ा आयोजन होता है, उसमें देशभर के महात्मा शामिल होंगे। अभी सीबीआइ जाच चल रही है, ऐसी स्थिति में अखाड़ा अपने मन से कोई निर्णय नहीं ले सकता। एक-दो दिन में पुलिस, प्रशासन व सीबीआइ अधिकारियों से बात की जाएगी। अगर वह षोडशी कराने की अनुमति देंगे तो उसमें बलवीर गिरि की प्रक्रिया की जा सकती है। अगर अनुमति नहीं मिलेगी तो षोडशी की परंपरा को छोटे स्तर पर कराया जाएगा। आगे बड़ा आयोजन होगा। बिना अनुमति हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे जांच प्रभावित हो।

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