जानिए आखिर स्कूल में क्यों किया अभिभावकों ने हंगामा, प्रयागराज के महाप्रभु पब्लिक स्कूल में PTM के दौरान फूटा गुस्सा

अभिभावक विभूति नारायण पांडेय का कहना था कि सभी अभिभावकों को मीटिंग के लिए बुलाया गया। फिर सभी को बकाया फीस भरने की हिदायत दी गई। यह भी कहा कि यदि फीस नहीं जमा होगी तो सोमवार से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में बच्चों को नहीं बैठने दिया जाएगा

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 04:45 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 04:45 PM (IST)
जानिए आखिर स्कूल में क्यों किया अभिभावकों ने हंगामा, प्रयागराज के महाप्रभु पब्लिक स्कूल में PTM के दौरान फूटा गुस्सा
शिवकुटी स्थित श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में रविवार को अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया।

प्रयागराज, जेएनएन। शहर में शिवकुटी स्थित श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में रविवार को अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। सुबह दस बजे से वाद विवाद का सिलसिला शुरू हुआ तो करीब चार बजे तक चलता रहा। वजह थी बच्चों से वार्षिक शुल्क और टर्म फीस मांगना। इसके लिए उन्हें मात्र 25 मार्च तक का समय दिया जा रहा था। अभिभावकों का कहना था कि जो समय दिया गया है वह बहुत कम है। इस समय सीमा में पूरी फीस दे पाना संभव नहीं है। कुछ अभिभावकों का यह भी कहना था कि जब भौतिक कक्षाएं नहीं चलीं तो टर्म फीस और वार्षिक शुल्क का कोई औचित्य नहीं है। इसे माफ किया जाना चाहिए। शासन के स्तर पर भी कहा गया है कि अभिभावकों पर अनावश्यक दबाव न बनाया जाए। बच्चों को परीक्षा देने से भी न रोकें। 

पीटीएम में बुलाकर कहा फीस भरो तो भड़क उठे अभिभावक

अभिभावक विभूति नारायण पांडेय का कहना था कि सभी अभिभावकों को मीटिंग के लिए बुलाया गया। उसके बाद सभी को उनको बकाया फीस देने की हिदायत दी गई। यह भी कहा गया कि यदि फीस नहीं जमा होगी तो सोमवार से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में बच्चों को नहीं बैठने दिया जाएगा। सभी अभिभावकों से शुल्क 25 मार्च तक अनिवार्य रूप से जमा करने संबंधी प्रपत्र पर भी हस्ताक्षर कराया गया। इसे लेकर लोगों का गुस्सा बढ़ गया। अभिभावक दीपा भट्ट ने बताया कि कुछ बच्चों के प्रवेशपत्र भी रोक लिए गए लेकिन हंगामा होने पर सभी के प्रवेशपत्र देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। 

ऑफलाइन परीक्षा पर भी नाराजगी

अभिभावक मीता देवी ने कहा कि कोरोना के मामले फिर बढऩे लगे हैं। कई स्कूलों में शिक्षक भी कोविड-19 की शिकार हुए हैं। ऐसे में बच्चों को ऑफलाइन परीक्षा के लिए नहीं बुलाना चाहिए। जब कक्षाएं ऑनलाइन चली हैं तो परीक्षाओं को भी ऑनलाइन लिया जाना चाहिए।

स्कूल में गतिविधियां नहीं हुर्ईं तो शुल्क लेना गलत

अभिभावक विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे स्कूल नहीं आए। ऐसे में बिजली शुल्क, पुस्तकालय शुल्क, कम्प्यूटर शुल्क, खेल सहित तमाम तरह के शुल्क लेना गलत हैं। राजेश मिश्र और राजकुमार त्रिपाठी ने भी मनमानी फीस वसूली पर नाराजगी जताई। 

हाथापाई पर बुलानी पड़ी पुलिस

दस बजे से शुरू हुई अभिभावक मीटिंग कुछ ही देर में हंगामे में बदल गई। शुरू में कुछ शिक्षकों ने वाद विवाद किया तो हाथापाई की नौबत आ गई। बात बिगड़ती देख सभी क्लास टीचर वहां से हट गईं। विद्यालय प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। अभिभावकों का कहना था कि वह प्रधानाचार्य से मिलना चाहते हैं लेकिन वह सामने आने को तैयार नहीं हुईं। बारी बारी से कुछ शिक्षक ही मध्यस्थता की कोशिश करते रहे।

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