प्रतापगढ़ में 15 वें वित्त के बजट से बनने लगा पंचायत भवन, ग्राम प्रधानों में नाराजगी
सीडीओ प्रभास कुमार ने बताया कि 15वें वित्त के मद से अगर पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है तो निश्चित रूप से गाइड लाइन के अनुकूल ही काम हो रहा होगा। फिलहाल अभी इस मामले में कुछ टिप्पणी नहीं करूंगा। डीपीआरओ बीमार हैं। वह अगले सप्ताह आएंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में ग्राम पंचायतों में नवनिर्वाचित प्रधानों ने शपथ ग्रहण कर लिया है। ग्राम पंचायत के विकास कार्य कराने को मिले पैसे का पंचायत भवन के निर्माण में खर्च हो रहा है। इससे अब करीब चार माह तक ग्राम सभा में अन्य कार्य नहीं हो सकेंगे। 15वां वित्त मद से मिले बजट का पंचायत भवन में खर्च किए जाने को लेकर प्रधानों में आक्रोश है। कई ने मामले की शिकायत डीपीआरओ समेत अफसरों से की है।
जिले भर में 17 ब्लाक हैं। इसमें सदर, मानधाता, गौरा, शिवगढ़, मंगरौरा, लक्ष्मणपुर, पट्टी, आसपुर देवसरा, लक्ष्मणपुर, सांगीपुर, रामपुर संग्रामगढ़, कुंडा, बाबा बेलखरनाथ धाम, संडवा चंद्रिका सहित अन्य ब्लाक शामिल हैं। कुल एक हजार 193 ग्राम पंचायतें हैं। इसके अंतर्गत दो हजार 193 राजस्व गांव है। ग्राम पंचायतों में इंटरलॉकिंग, खड़ंजा, नाली, नाला सहित अन्य तरह के विकास कार्य कराने के लिए 15वां वित्त मद में हर चार माह में पर्याप्त बजट मिलता है। पंचायतीराज विभाग के अनुसार करीब 12 करोड़ से अधिक का बजट मिला है। प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कम से कम डेढ़ लाख व अधिकतम तीन से चार लाख रुपये मिलता है। इस पैसे से विकास कार्य कराने के अलावा प्रधानों को मानदेय भी मिलता है। इस बार शासन स्तर से इसमें बदलाव किया गया है।
ग्राम पंचायतों में निर्माणाधीन करीब 200 पंचायत भवनों को पूरा कराने में इसी बजट का उपयोग हो रहा है। जबकि पंचायत भवन का अलग से बजट मिलता था। ग्राम पंचायतों में इसका बजट भी आया था। पैसा तो खर्च हो गया, लेकिन भवन अधूरा पड़ा है। ऐसे में भवन को पूरा कराने में इस पैसे को खर्च किया जा रहा है। ऐसे में अब करीब चार माह तक ग्राम पंचायतों में अन्य कार्य नहीं हो पाएंगे।
सीडीओ प्रभास कुमार ने बताया कि 15वें वित्त के मद से अगर पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है तो निश्चित रूप से गाइड लाइन के अनुकूल ही काम हो रहा होगा। फिलहाल अभी इस मामले में कुछ टिप्पणी नहीं करूंगा। डीपीआरओ बीमार हैं। वह अगले सप्ताह आएंगे। उनके आने के बाद इस बिंदु पर चर्चा करूंगा। अगर किसी प्रधान को कोई आपत्ति है तो वह मुझसे आकर मिलें। समस्या का हल कराया जाएगा।