Oxygen Issue in Prayagraj: राहत की खबर, बीपीसीएल में ऑक्सीजन सिलिंडर तैयार, लाइसेंस का है इंतजार
Oxygen issue in Prayagraj प्रयागराज के कमिश्नर संजय गोयल ने बताया कि बीपीसीएल में आक्सीजन सिलिंडरों का निर्माण जारी है। पहला स्लाट तैयार होने पर बीआइएस की टीम जांच कर लाइसेंस दे देगी। उम्मीद है बीपीसीएल समय पर आर्डर पूरा कर देगी।
प्रयागराज, जेएनएन। औद्योगिक क्षेत्र नैनी स्थित बंद पड़ी भारत पंप्स एंड कंप्रेशर लिमिटेड (बीपीसीएल) में कोरोना की दूसरी लहर से लडऩे के लिए आक्सीजन सिलिंडर बनाए जा रहे हैं। वैसे अभी तक इसकी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआइएस) की टीम का इंतजार किया जा रहा है। जांच के बाद बीआइएस लाइसेंस दे देगी और सिलिंडरों की सप्लाई शुरू हो जाएगी।
राज्य सरकार से ढाई हजार सिलिंडर बनाने के लिए आर्डर मिला
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीपीसीएल, गैस सिलिंडर और पंप्स तथा कंप्रेशर बनाती थी। दिसंबर 2020 मेें इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया था। कोरोना की दूसरी लहर आई तो आक्सीजन सिलिंडरों की मांग बढ़ी। ऐसे में बीपीसीएल प्रबंधन से बात की गई। कंपनी प्रबंधन ने बंदी के बावजूद वक्त की नजाकत समझते हुए आक्सीजन सिलिंडर बनाने के लिए हामी भर दी। आनन फानन कमिश्नर संजय गोयल और डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने कंपनी के संचालन की अनुमति दिलवाई। कंपनी में 2012 के बाद से आक्सीजन गैस सिलिंडर बनाया जाना बंद था, इसलिए मशीनें उपयोग में नहीं थीं। वैसे अब भी इसके पास भारी मात्रा में कच्चा माल मौजूद है। केंद्र सरकार से अनुमति मिलते ही प्रबंधन ने करीब 350 कर्मचारियों को लगाकर काम शुरू करवा दिया है। राज्य सरकार से उसे ढाई हजार सिलिंडर बनाने के लिए आर्डर मिला है।
बीआइएस की टीम जांच करने के लिए आएगी
आक्सीजन सिलिंडर बनाने में आठ तरह की मशीनें लगती हैं। बंद मशीनों को शुरू किया गया तो कुछ सामानों की जरूरत हुई। इसे कोलकाता व अन्य शहरों से मंगवाया गया। जम्मू से क्वैंचिंग आयल (शमन तेल) मंगवाया गया है। प्रबंधन से जुड़े लोगों ने उम्मीद जताई कि अगले हफ्ते तक करीब दो सौ आक्सीजन सिलिंडरों का स्लाट तैयार हो जाएगा। इसके बाद बीआइएस की टीम जांच करने के लिए आएगी। उनकी जांच के बाद लाइसेंस मिलते ही प्रदेश सरकार की डिमांड के अनुरूप सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
कमिश्नर बोले
प्रयागराज के कमिश्नर संजय गोयल ने बताया कि बीपीसीएल में आक्सीजन सिलिंडरों का निर्माण जारी है। पहला स्लाट तैयार होने पर बीआइएस की टीम जांच कर लाइसेंस दे देगी। उम्मीद है बीपीसीएल समय पर आर्डर पूरा कर देगी। इसके बाद उसे और आर्डर भी मिल सकते हैं।