Oxygen Concentrator Machine: 50 हजार रुपये कमाने के लालच में भूल गया मानवता, पुलिस की गिरफ्त में आया
Oxygen Concentrator Machine एसओजी प्रभारी संजय सिंह और कोतवाली इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रसाद को खबर मिली कि जीरो रोड के पास शिवचरन लाल रोड निवासी आलेश अग्रवाल पुत्र दीपक अग्रवाल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की कालाबाजारी करता है। वह जरूरतमंदों से मोटी रकम लेकर मशीन देता है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण काल को कुछ शातिरों ने अवसर बना लिया है। चंद रुपये के लालच में वे कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे हैं। कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को जब एक शातिर को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के साथ गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की। उसने बताया कि एक मशीन को बेचने में करीब 50 हजार रुपये का फायदा हो रहा था। इस लालच की वजह से वह सब भूल गया था कि लोग मुसीबत में उसके पास आ रहे हैं। उसने जरूरतमंदों की मदद की जगह उनका फायदा उठाया, जिसे लेकर उसे अब पछतावा हो रहा है।
बड़ी चालाकी से फंसा लेता था जाल में
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया जालसाज बड़ी चालाकी से जरूरतमंदों को अपनी जाल में फंसाता था। उसके घर के पास मेडिकल स्टोर होने के कारण वह हमेशा यही आसपास मंडराता रहता था। जैसे ही कोई मेडिकल स्टोर पर आकर ऑक्सीजन से संबंधित उपकरण मांगता या पूछता कि कहां यह मिलेगा, तत्काल यह शातिर सतर्क हो जाता था। चंद मिनट में ही जरूरतमंदरों को अपने जाल में फंसा लेता था और मोटी रकम की मांग करता था।
ऐसे आया पुलिस के शिकंजे में
एसओजी प्रभारी संजय सिंह और कोतवाली इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रसाद को खबर मिली कि जीरो रोड के पास शिवचरन लाल रोड निवासी आलेश अग्रवाल पुत्र दीपक अग्रवाल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की कालाबाजारी करता है। वह जरूरतमंदों से मोटी रकम लेकर मशीन देता है। इसके बाद पुलिसकर्मी सादे कपड़े में उसके पास जरूरतमंद बनकर पहुंच गए। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कीमत एक लाख 10 हजार रुपये में तय हुई। आलेश जैसे ही मशीन ले आया, पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस की मानें तो कंसंट्रेटर की जो मूल कीमत है, उसका तीन गुना अधिक दाम वह वसूल रहा था। हालांकि, आलेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने यह मशीन 67 हजार रुपये में खरीदी थी।