हर चुनाव में साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलते हैं ओवैसी, बोले कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि ओवैसी साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलने के मास्टर हैं। उनका पूरा जोर हिंदू और मुस्लिम को बांटने पर होता है। इनको किसी चीज से कोई मतलब नहीं है। इन्हें मतलब है तो बस समाज में दरार पैदा कर राजनीतिक रोटी सेंकने से।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 07:15 AM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 07:15 AM (IST)
हर चुनाव में साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलते हैं ओवैसी, बोले कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह
ओवैसी हर चुनाव में साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलते हैं, यह बात कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कही

 प्रयागराज, जागरण संवाददाता। समाज व राष्ट्र हित से विपक्ष का कोई लेना देना नहीं है। चुनाव के समय तो यह और सक्रिय हो जाते हैं। खासकर ओवैसी हर चुनाव में साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलते हैं। यह बात कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कही। वह इन दिनों प्रयागराज प्रवास पर हैं। अपने निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी साम्प्रदायिकता की नौटंकी खेलने के मास्टर हैं। उनका पूरा जोर हिंदू और मुस्लिम को बांटने पर होता है। इनको किसी चीज से कोई मतलब नहीं है। इन्हें मतलब है तो बस समाज में दरार पैदा कर राजनीतिक रोटी सेंकने से। जहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रश्न है, उनके खिलाफ ओवैसी द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने की मैं निंदा करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की जो घोषणा की है वह उनकी संवेदनशीलता की परिचायक है। यह उनकी इच्छा शक्ति को भी बताने के लिए पर्याप्त है। रही बात ओवैसी में तो इस तरह का कोई गुण उनमें नहीं है। किसी पर अनावश्यक रूप से प्रश्न उठाने से बचें और स्वयं के गिरेबान में भी झांके।

महिलाएं एकजुट होकर कार्य करें तो बदल सकती हैं जीवन का स्वरूप

प्रयागराज : कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ग्राम बमरौली, बिहका, फतेहपुरघाट, मातपुर में महिला समूह की सदस्यों के साथ बैठक की। कहा कि नारी में संस्कार और शक्ति का अद्भुत संगम है। यदि सभी महिलाएं एकजुट हो जाएं तो वह अपने जीवन का स्वरूप बदल सकती हैं। इस दौरान उन्होंने अपने नाना पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री से जुड़े संस्मरण भी साझा किए। कहा कि एक बार पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री गुजरात के आनंद गांव गए थे। साथ में मेरी नानी भी थी। सामान्य नागरिक की तरह एक गांव में पटिया पर चादर बिछाकर सो गए थे। सुबह उन्होंने देखा कि एक महिला गाय दुह रही थी। एक बाल्टी दूध निकला था। इस पर उन्होंने सुझाव दिया कि यदि 70-75 महिलाएं मिलकर दूध का काम करें तो उनका जीवन बदल सकता है। उन्हीं महिलाओं ने एकजुट होकर बाद में अमूल दूध कोऑपरेटिव सोसाइटी बनाकर कार्य शुरू किया। उसी तरह यदि शहर पश्चिमी की महिलाएं भी एकजुट होकर कार्य करें तो निश्चित रूप से बेहतर नतीजे आएंगे। इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने बमरौली गांव में निर्माणाधीन नाली व रोड का निरीक्षण किया। गुणवत्ता परक कार्य कराने की हिदायत भी दी। उसके बाद ग्राम बिहका उर्फ पूरामुफ्ती के प्राथमिक विद्यालय में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस मौके पर रेखा मौर्या, प्रीति पटेल, अनीता कुमारी, मनीषा देवी, रामलोचन साहू, बलवंतराव, दीनानाथ कुशवाहा, रामनरेश आदि मौजूद रहे।

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