Postmortem House: दिन ढलने के बाद पोस्टमार्टम का फरमान नया लेकिन इंतजाम पुराना

उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सभी चीरघरों में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम किए जाने का फरमान जारी कर दिया। पहले दिन सामान्य तौर पर यहां सुबह आठ से शाम पांच बजे तक पांच शवों का पोस्टमार्टम हुआ। सूरज ढलते ही चीरघर में ताला पड़ गया।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 04:17 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 04:17 PM (IST)
Postmortem House: दिन ढलने के बाद पोस्टमार्टम का फरमान नया लेकिन इंतजाम पुराना
पहले दिन सूरज ढलते ही पोस्टमार्टम हाउस के गेट में लग गया ताला, कर्मचारी नदारद

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पोस्टमार्टम की व्यवस्था में बदलाव का सरकारी फरमान पहले दिन ताले में कैद रहा। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया कि शव को देर शाम लाए जाने की परिस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए पर्याप्त सुविधाएं पहले से हैं। आर्टीफिशियल सफीशिएंट लाइट यानी चीरघर में पर्याप्त रोशनी के इंतजाम हैं। लेकिन यह शर्त फिर भी लागू है कि सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिलाधिकारी की अनुमति जरूरी है। वहीं चीरघर से डाक्टर, कर्मचारी और चीरफाड़ करने वाले डोम नदारद रहे।

आर्टीफीशियल सफीशिएंट लाइट का इंतजाम पहले से होने का दावा

केंद्र सरकार से हुई हरी झंडी के बाद मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सभी चीरघरों में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम किए जाने का फरमान जारी कर दिया। पहले दिन सामान्य तौर पर यहां सुबह आठ से शाम पांच बजे तक पांच शवों का पोस्टमार्टम हुआ। सूरज ढलते ही चीरघर में ताला पड़ गया। शाम को वहां यह बताने वाला भी कोई नहीं था कि किसी मृतक का शव लाया जाएगा तो कक्ष में उसे कौन रखवाएगा। वहीं चीरघर में इंतजाम पहले की तरह ही रहे।

सीएमओ ने यह बताया

इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन ने कहा कि सूर्यास्त के बाद पर्याप्त रोशनी में शवों के पोस्टमार्टम पहले भी होते रहे हैं। रोशनी पर्याप्त है और कर्मचारी भी पूरे हैं। बताया कि सूर्यास्त के बाद भी शवों के पोस्टमार्टम के लिए जिलाधिकारी की अनुमति जरूरी होगी क्योंकि इस पर कोर्ट का आदेश पहले से लागू है।

सात दिन बाद मिला एक और केस

प्रयागराज : कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म होने की लोग भूल अब भी कर रहे हैं। लोग इक्का-दुक्का ही सही, संक्रमित लगातार हो रहे हैं। बुधवार को भी एक शख्स संक्रमित मिला। इस महीने अब तक 10 से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि संक्रमण की आशंका हर समय बनी है इसलिए लोग लापरवाही की बजाए कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते रहें। कहा कि नवंबर में 10 से अधिक लोगों को संक्रमित मिलना यह संकेत है कि कोरोना के वायरस हमारे आसपास ही हैं। बताया कि बुधवार को 3637 लोगों की कोविड जांच हुई और एक मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज हुआ। दो डिप्टी सीएमओ बनाए गए एडीशनलजागरण संवाददाता, प्रयागराज : उप मुख्य चिकित्साधिकारी और प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. आरसी पांडेय व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. महानंद की पदोन्नति हो गई है। इन दोनों को शासन ने अब एडीशनल सीएमओ बनाया है। इसमें डा. महानंद को स्थानांतरित कर वाराणसी भेजा गया है जबकि डा. आरसी पांडेय के स्थानांतरण पर निर्णय होना है।

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