ऑटो में साथ जा रहे थे साला-बहनोई तभी कौशांबी में हुई अनहोनी, साले की मौत से परिवार में मातम
शनिवार की शाम पशुपति पूरामुफ्ती में अपने बहनोई के घर गया हुआ था। वहां से बहनोई की आटो में घर के लिए निकला था। रात करीब दस बजे आटो चरवा क्षेत्र के बलीपुल टाटा गांव के निकट स्थित मोड़ पर पहुंची तो बेकाबू होकर सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी।
प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी जनपद में चरवा थाना क्षेत्र के बलीपुलटाटा गांव में मोड़ पर बेकाबू होकर आटो सड़क किनारे गड्डे में पलट गया। उसके नीचे दबने से एक शख्स की मौत हो गई जबकि उसका बहनोई जख्मी हो गया। ग्रामीणों से खबर पाकर परिवार के लोग और पुलिस पहुंची। घायल को अस्पताल ले जाया गया।
बहनोई के घर से लौटते वक्त अनहोनी
चरवा के चक बादशाहपुर गांव निवासी 45 वर्षीय पशुपति पटेल लोडर मैजिक चालक था। वह अपनी लोडर मैजिक से लोगों के सामानों की ढुलाई करता था। छोटे भाई दीपू और ग्रामीणों के अनुसार पशुपति की शादी पिपरी के गांजा गांव में हुई थी। उसके सूरज व शिव प्रकाश नाम के दो बेटे हैं। आपसी विवादों और रोज होने वाले झगड़ों के ऊबकर पशुपति और दोनों बच्चों को छोड़कर पत्नी मायके में रहने लगी थी। तब से बेटों सूरज व शिव प्रकाश का भरण-पोषण पशुपति कर रहा था। स्वजनों के मुताबिक शनिवार की शाम पशुपति पूरामुफ्ती में अपने बहनोई के घर गया हुआ था। वहां से बहनोई की आटो में घर के लिए निकला था। पशुपति आटो चला रहा था जबकि बहनोई भी साथ बैठा था। रात करीब दस बजे आटो चरवा थाना क्षेत्र के बलीपुल टाटा गांव के निकट स्थित मोड़ पर पहुंची तो बेकाबू होकर सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी। आटो के नीचे दबकर पशुपति की मौत हो गई । बहनोई भी गंभीर रूप से घायल हो गया। गांव वालों से खबर पाकर पहुंची चरवा थाने की पुलिस ने घायल बहनोई को अस्पताल में भर्ती कराया जबकि पशुपति का शव सीलकर को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस अऩहोनी से पशुपति के दोनों बच्चों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा क्योंकि मां भी उन्हें छोड़कर चली गई थी।