India China News : रक्षाबंधन पर्व पर चीन के गुरूर को तोड़ेगी 'अपनी' बहनों की राखियां
Indo China News रक्षाबंधन पर इस बार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाई गई राखी दुकानों पर नजर आएगी। संबंधित विभागों ने भी इसके लिए कमर कस ली हैं।
प्रयागराज, [राजकुमार श्रीवास्तव]। ज्यादा नहीं, सिर्फ एक वर्ष पहले हम आपको ले चलते हैं। भाई और बहन के स्नेह के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व के दौरान बाजार चायनीज राखियों से पटे पड़े थे। दुकानों में तरह-तरह की चायनीज राखियों की किस्में थीं। सस्ती भी थीं लेकिन उसकी गारंटी नहीं थी। वहीं इस बार चीन से भारत की तनातनी के कारण रक्षाबंधन पर्व पर व्यापारियों ने चाइनीज राखियां न बेचने का फैसला किया है। इस बार अपने देश की बहनों द्वारा बनाई गई राखियां चीन के गुरूर को तोड़ेंगी।
राखी बनाने का लक्ष्य तय किया जाने लगा है
स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं के लिए यह अवसर भुनाने वाला है। समूहों के संचालन से संबंधित विभागों ने भी इसके लिए कमर कस ली हैं और समूहों को राखी बनाने का लक्ष्य तय किया जाने लगा है। जिन्हें लक्ष्य दे दिए गए हैं, उन समूहों ने धागे, कपड़े खरीदने शुरू कर दिए हैं। महिलाओं के हाथ की बनी राखियां दुकानदारों की मांग होने पर आपूर्ति की जाएगी। बाजारों में समूहों के स्टॉल भी लगवाए जाएंगे।
समूहों की महिलाओं को राखी बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी गई है
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) के तहत शहर में करीब 500 और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत गांवों में 11700 समूह सक्रिय हैं। बहरिया और करछना ब्लॉकों में करीब दो सौ समूहों की महिलाओं को राखी बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी गई है। इन महिलाओं के हाथ की बनी राखियां नमूने के तौर पर अन्य ब्लॉकों के समूहों को भी भेजी गई हैं। ताकि दूसरे समूहों की महिलाएं भी उसी तरह से राखियां तैयार कर सकें।
महिलाएं तैयार करेंगी पांच लाख राखियां
ग्रामीण समूहों की महिलाओं को करीब पांच लाख राखियां तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। शहरी समूहों की महिलाओं के लिए भी जल्द लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। गांवों के समूहों से पांच रुपये से लेकर 120 रुपये तक की राखियां तैयार कराई जाएंगी।
बोले एनआरएलएम के जिला प्रबंधक
एनआरएलएम के जिला प्रबंधक शरद कुमार सिंह कहते हैं कि सभी ब्लॉकों के बाजारों और शहर में भी समूहों के जरिए राखी की आपूॢत होगी। महिलाएं जगह-जगह स्टॉल भी लगाकर राखी बेचेंगी।
शहर मिशन प्रबंधक ने कहा
शहर मिशन प्रबंधक राजकुमार द्विवेदी समूह की महिलाओं को जल्द लक्ष्य दिया जाएगा। बीएसएनएल कार्यालय के बाहर इनके स्टॉल लगवाए जाएंगे।
प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने यह कहा
प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय अरोरा ने कहा कि व्यापारियों ने निश्चित किया है कि चाइनीज राखी नहीं बेचेंगे। ज्यादातर राखी कोलकाता से मंगाकर बेचेंगे। समूह की महिलाएं राखी बनाएंगी तो व्यापारी उनसे भी राखियां खरीदकर बेचेंगे।