कांग्रेस महासचिव Priyanka Gandhi Vadra के निर्देश का कांग्रेसियों ने किया पालन, प्रयागराज की बच्चियों को दिए कपड़े

प्रियंका उनके कंधों पर हाथ रखकर उनसे सारी रास्ते बतियाते जा रही थीं। गांव के प्रधान शिव निषाद ने बताया कि धूल की वजह से बच्चियों के कपड़े गंद हो गए थे। ऐसे में प्रियंका गांधी ने स्थानीय कांग्रेसियों को कपड़ा दिलाने का निर्देश दिया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 11:56 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 11:56 AM (IST)
कांग्रेस महासचिव Priyanka Gandhi Vadra के निर्देश का कांग्रेसियों ने किया पालन, प्रयागराज की बच्चियों को दिए कपड़े
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश के बाद कांग्रेसजनों ने बच्चियों को नए कपड़े दिलवाए।

प्रयागराज, जेएनएन। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश पर स्थानीय कांग्रेसियों ने गांव की वंदना निषाद की तीनों बेटियों माला, पूजा और वैष्णवी को कपड़े दिलवाए। यह जिम्मेदारी कांग्रेस के नेता अनिल यादव को सौंपी गई थी। वंदना ने बताया कि कपड़े मिलने के बाद से तीनों बच्चियां काफी उत्साहित हैं। 

धूल से गंदे हो गए थे कपड़े

प्रियंका बसवार गांव में टीले पर निषाद समुदाय के लोगों से बातचीत करने के बाद ही पैदल यमुना किनारे टूटी नावों को देखने निकल पड़ी थीं। उनके साथ गांव की ही वंदना निषाद और उनकी तीनों बेटियां भी थीं। वह प्रियंका के साथ ही चल रही थीं। प्रियंका उनके कंधों पर हाथ रखकर उनसे सारी रास्ते बतियाते जा रही थीं। गांव के प्रधान शिव निषाद ने बताया कि धूल की वजह से बच्चियों के कपड़े गंद हो गए थे। ऐसे में प्रियंका गांधी ने स्थानीय कांग्रेसियों को कपड़ा दिलाने का निर्देश दिया था। 

पास के बाजार से दिलाए गए कपड़े

ग्राम प्रधान ने बताया कि कांग्रेस के  प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक के अलावा कुछ अन्य कांग्रेसी गांव पहुंचे। इसके बाद वह बच्चियों को पास के बाजार से कपड़े दिलाए। साथ ही आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर उनकी बातों को प्रियंका तक पहुंचाया जाएगा। 

अब कपड़े पर भी सियासत

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रियंका अब कपड़े से भी सियासत कर रही हैं। वह पैदल चलकर और निषाद समुदाय के बीच पहुंचकर पहले सियासी मरहम लगाईं। जबकि, वह 12 जनवरी को प्रयागराज में ही थीं। ऐसे में वह उस दिन भी जा सकती थीं। लेकिन केवल सियासत करने के लिए वह उस दिन नहीं गईं।

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