प्रयागराज के किसानों को लिक्विड में मिलेगी यूरिया और डीएपी, इफको की फूलपुर इकाई में लगा प्‍लांट

इफको के प्रबंध निदेशक डाक्‍टर उदय शंकर अवस्‍थी ने बताया कि इफको फूलपुर इकाई में नैनो प्लांट नवंबर 2022 तक तैयार हो जाएगा। इसमें प्रतिदिन दो लाख नैनो यूरिया यानी लिक्विड रूप में तैयार की जाएगी। नैनो यूरिया का प्रयोग एक एकड़ में 500 एमएल प्रयोग होगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 02:16 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 02:16 PM (IST)
प्रयागराज के किसानों को लिक्विड में मिलेगी यूरिया और डीएपी, इफको की फूलपुर इकाई में लगा प्‍लांट
प्रयागराज में फूलपुर के इफको प्लांट में नैनो यूरिया बनाने का प्लांट लगाने की प्रकिया शुरू हो गई है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कृषि के क्षेत्र में प्रयागराज में क्रांति आने की उम्‍मीद है। खेती को बेहतर बनाने के लिए नई-नई योजनाओं के माध्‍यम से किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उत्‍पादन बढ़ाने की भी कवायद हो रही है। ऐसे में अब एक नया होने वाला है। यह कवायद है यूरिया और डीएपी को लिक्विड फार्म में लाने की। जी हां, प्रयागराज में यूरिया व डीएपी को लिक्विड फार्म में लाने की तैयारी इफको फूलपुर कर रहा है। ऐसा होने के बाद किसानाें को काफी सहूलियत मिलेगी।

लिक्विड में तैयार खाद होगी नैनो यूरिया

किसानों की सहूलियत के लिए लिक्विड में यूरिया और डीएपी मिलेगी। लिक्विड में तैयार खाद को नैनो यूरिया नाम दिया गया। इसकी कीमत 240 रुपये है। प्रयागराज में फूलपुर के इफको प्लांट में नैनो यूरिया बनाने का प्लांट लगाने की प्रकिया शुरू हो गई है। जल्‍द ही लिक्विड यूरिया तैयार कर ली जाएगी।

इफको के प्रबंध निदेशक ने कहा- 2022 तक नैनो प्‍लांट तैयार होगा

इफको के प्रबंध निदेशक डाक्‍टर उदय शंकर अवस्‍थी ने यह जानकारी दी है। वे शुक्रवार को इफको फूलपुर इकाई में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्‍होंने बताया कि इफको फूलपुर इकाई में नैनो प्लांट नवंबर 2022 तक तैयार हो जाएगा। इसमें प्रतिदिन दो लाख नैनो यूरिया तैयार की जाएगी। नैनो यूरिया का प्रयोग एक एकड़ में 500 एमएल प्रयोग होगा।

कई प्रदेशों में बन रही यूरिया

उल्‍लेखनीय है कि लिक्विड फार्म में इफको की कई इकाइयों में लिक्विड यूरिया का ट्रायल हो चुका है। बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा और उत्‍तर प्रदेश में इसका सफल ट्रायल भी हो चुका है। वहीं कई जगह इसे बनाया भी जा रहा है। अब प्रयागराज में लिक्विड यूरिया मिलने से किसानों को सुविधा होगी। उन्‍हें बोरियों में इसे लाने की आवश्‍यकता नहीं होगी।

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