अब दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा पानी

गंगा-यमुना के जलस्तर में गुरुवार को और तेजी आ गई। प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा है। इसको देखते हुए तराई इलाकों में रहने वाले सतर्क हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 09:49 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 06:08 AM (IST)
अब दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा पानी
अब दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा पानी

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : गंगा-यमुना के जलस्तर में गुरुवार को और तेजी आ गई। बुधवार को जहां प्रतिघंटा एक सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा था वहीं गुरुवार को इसकी रफ्तार दोगुनी हो गई। जानकारों की मानें तो अभी सिर्फ छोटी नदियों का पानी ही यहां आ रहा है। चंबल, बेतवा नदियों के साथ बैराजों से पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ की स्थिति बनेगी। वैसे जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए राहत टीमें सक्रिया हो गई।

गुरुवार को नैनी में 74.12, छतनाग में 73.58 और फाफामऊ में 78.06 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया। 24 घंटे के भीतर नैनी में 18, छतनाग में 20 और फाफामऊ में 13 सेमी. पानी बढ़ा है। सिचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों का कहना है कि गंगा-यमुना में प्रति घंटे करीब दो सेमी. रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। अभी किसी बैराज से पानी नहीं छोड़ा गया है। दो दिन से जिस तरह जलस्तर ने रफ्तार पकड़ी है, उससे यही लग रहा है कि आने वाले दिनों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। मध्य प्रदेश में जितनी ज्यादा बारिश होगी, खतरा उतना ही यहां बढ़ जाएगा। चंबल, बेतवा नदियां उफनाएंगी तो फिर यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ेगा। उत्तराखंड में हो रही बारिश के कारण जल्द ही बैराजों से भी पानी छोड़े जाने की संभावना है। उधर नदियों का जलस्तर बढ़ते देख तराई इलाकों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।

तीन दिन का जलस्तर

मंगलवार बुधवार गुरुवार

नैनी : 73.87 73.92 74.12 मीटर

छतनाग : 73.30 73.40 73.58 मीटर

फाफामऊ : 77.85 77.98 78.06 मीटर

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