प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में अब गंदगी का साम्राज्‍य, मच्छर और दूषित पानी बढ़ा रहे परेशानी

प्रयागराज में गंगा और यमुना का वेग थमा है। जलस्‍तर में कमी भी हो रही है। इसके बाद भी गंगा के तटीय इलाकों में मुसीबतें लोगों की कम नहीं हो रही है। बाढ़ग्रस्‍त इलाकों में गंदगी फैली है। संक्रमण बीमारी फैलने की भी आशंका है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 03:04 PM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 03:04 PM (IST)
प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में अब गंदगी का साम्राज्‍य, मच्छर और दूषित पानी बढ़ा रहे परेशानी
गंगा-यमुना के तटीय इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने से भी मुसीबत कम नहीं हुई है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गंगा और यमुना नदियों का प्रयागराज में जलस्‍तर लगातार कम हो रहा है। इसके बावजूद कछारी इलाकों में मुश्किलें अभी कम नहीं हो रही हैं। ऐसा इसलिए कि घरों और खाली पड़े प्लाट से वापस लौट रहा बाढ़ का पानी मुसीबतें छोड़ता जा रहा है। पानी कम होने से गंदगी, कीचड़ के साथ मच्‍छरों का प्रकोप बढ़ गया है। कीड़े मकोड़े भी हैं। संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका है।

बाढ़ का पानी कम हुआ तो मुसीबत बढ़ी

अशोक नगर से आगे मऊ कछार के लोगों की पीड़ा है। कहा कि यहां आसपास पानी भरा है। मच्छर दिन में भी परेशान करते हैं रात में तो पूछिए मत। राजापुर के गंगानगर के लोगों की भी दिक्‍कत है। कई घरों में अभी भूतल पर थोड़ा पानी भरा है। पानी पहले से काफी कम हो गया है लेकिन मुसीबत बढ़ गई है। चार-पांच दिन तक जलभराव के कारण काई, कीचड़ है। जलभराव वाले इलाकों में लोगों को स्वास्थ्य की चिंता है। घर में नलों से दूषित पानी आ रहा है। साफ पानी लेने के लिए बाहर जा नहीं पा रहे हैं। किसी तरह पानी उबाल कर इस्तेमाल कर रहे हैं। दीवारों में सीलन ऊपर तक चढ़ रही है तो लोगों को फंगस का डर भी सता रहा है।  स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची। दवा का छिड़काव जरूरी है और दवाएं भी बांटी जानी चाहिए। गंगा किनारे के कछार ही नहीं बल्कि करैलाबाग गौसनगर में ससुर खदेरी नदी की बाढ़ से प्रभावित इलाकों में भी दिक्कतें ज्यादा हैं।

एंटी लार्वा छिड़क रही टीम

जिला मलेरिया अधिकारी डा. आनंद सिंह ने बताया कि नगर निगम की बाढ़ चौकियों से तो राहत कार्य चल रहा है। मलेरिया विभाग से भी छह टीमें बनाई गई हैं इनमें तीन इंस्पेक्टर है। तीनों टीमों को आठ-आठ बाढ़ चौकियों के क्षेत्र बांटे गए हैं। इन टीमों के द्वारा एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।

महापौर ने किया निरीक्षण

महापौर अभिलाषा गुप्ता ने नारायणपुरम, एमएल कांवेंट स्कूल करैलाबाग, ककरहा घाट बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, चेतना इंटर कालेज करेली, डीएवी इंटर कालेज मीरापुर बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण किया। बाढ़ का पानी कम कम होने पर जलकुंभी और गंदगी दिखी। महापौर ने नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलवाकर वहां सफाई करवाई। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी कराया गया।

बाढ़ प्रभातिव इलाकों में साफ-सफाई का निर्देश

जिन क्षेत्रों में खाली प्लाटों में पानी भरा हुआ था। क्षेत्रीय पार्षद और स्थानीय नागरिकों ने पानी निकलवाने का आग्रह महापौर से किया। बाढ़ राहत शिविर चेतना इंटर कालेज में 57 परिवारों के 235 लोगों को महापौर ने राहत सामग्री बांटीं। दोनों राहत शिविरों में प्रशासन से सैनिटाइजर और मास्क वितरण कराने को कहा। वहीं, महापौर ने बाढ़ प्रभावित अन्य क्षेत्रों एवं उसके आसपास समुचित सफाई, मार्ग प्रकाश, पेयजल की आपूर्ति और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसमें किसी तरह की शिथिलता न बरतने की हिदायत भी दी।

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