Prayagraj के प्रधान डाकघर से अब लीजिए नमक सत्याग्रह छपा लिफाफा

महात्मा गांधी ने छह अप्रैल 1930 को गुजरात के दांडी में नमक कानून तोड़ कर अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी। इस सत्याग्रह में महात्मा गांधी ने भी नमक उठाया था। उस नमक की नीलामी भी हुई थी

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:00 AM (IST)
Prayagraj के प्रधान डाकघर से अब लीजिए नमक सत्याग्रह छपा लिफाफा
मंगलवार को इस लिफाफे यानी विशेष डाक कवर का विमोचन हुआ।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रधान डाकघर से अब आप ऐसा लिफाफा (विशेष कवर/ विरूपण) खरीद सकते हैं जिस पर महात्मा गांधी का उनके द्वारा शुरू किए गए नमक सत्याग्रह का चित्र बना होगा। इस लिफाफे पर महात्मा गांधी द्वारा दांडी में बनाए गए नमक की तारीख, उस नमक के एक भाग को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में नीलाम करने की तारीख भी लिखी है। लिफाफा 25 रुपये का मिलेगा। मंगलवार को इस लिफाफे यानी विशेष डाक कवर का विमोचन हुआ।

डाकघर में प्रयाग फिलेटलिक सोसाइटी के सहयोग से हुआ विमोचन

डाक कवर का विमोचन प्रवर डाक पाल प्रधान डाकघर राजेश कुमार श्रीवास्तव, अनिल रस्तोगी, प्रमोद बंसल अध्यक्ष प्रयाग फिलेटलिक सोसाइटी, राजेश वर्मा आदि शामिल रहे। प्रयाग फिलेटलिक सोसाइटी इलाहाबाद एवं डाक विभाग के सहयोग से महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह पर यह विशेष डाक कवर एवं विरूपण जारी किया गया। संचालन राहुल गांगुली ने किया। 

दांडी में हुआ था नमक सत्याग्रह

महात्मा गांधी ने छह अप्रैल 1930 को गुजरात के दांडी में नमक कानून तोड़ कर अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी। इस सत्याग्रह में महात्मा गांधी ने भी नमक उठाया था। उस नमक की नीलामी हुई थी जिसमें एक हिस्से को इलाहाबाद के स्व. एस.के. दर ने उस समय बोली लगाकर 600 रुपये में खरीदा था। जो आज भी इलाहाबाद संग्रहालय में सुरक्षित है। जो विशेष डाक कवर जारी हुआ उस पर उसी नमक सत्याग्रह की तस्वीर छपी है।  

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