इविवि में अब 'द्रोणाचार्य' तलाशेंगे विद्यार्थी

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अब द्रोणाचार्य की तलाश करेंगे। साथ ही कोरोनाकाल में आनलाइन कक्षाएं नहीं लेने वाले शिक्षकों की कलई भी खोलेंगे। इसके लिए इविवि प्रशासन पहली दफा सीधे छात्रों से शिक्षकों के बारे में फीडबैक लेगा। इसके जरिए यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि कक्षाओं के लेकर शिक्षक कितने उत्साहित थे और हालिया शोध पर उनकी पकड़ कितनी मजबूत है। छात्रों के मानक पर खरा उतरे वाले शिक्षक को इविवि प्रशासन द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:58 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:58 AM (IST)
इविवि में अब 'द्रोणाचार्य' तलाशेंगे विद्यार्थी
इविवि में अब 'द्रोणाचार्य' तलाशेंगे विद्यार्थी

गुरुदीप त्रिपाठी, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अब 'द्रोणाचार्य' की तलाश करेंगे। साथ ही कोरोनाकाल में आनलाइन कक्षाएं नहीं लेने वाले शिक्षकों की कलई भी खोलेंगे। इसके लिए इविवि प्रशासन पहली दफा सीधे छात्रों से शिक्षकों के बारे में फीडबैक लेगा। इसके जरिए यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि कक्षाओं के लेकर शिक्षक कितने उत्साहित थे और हालिया शोध पर उनकी पकड़ कितनी मजबूत है। छात्रों के मानक पर खरा उतरे वाले शिक्षक को इविवि प्रशासन द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित करेगा।

इविवि की जनसंपर्क अधिकारी डाक्टर जया कपूर ने बताया कि इविवि के आधिकारिक वेबसाइट पर फीडबैक फार्म अपलोड है। यह फार्म दो चरणों में भरा जाएगा। प्रथम चरण में छात्रों को अपनी सारी जानकारी देनी होगी। दूसरे चरण में फीडबैक देना होगा। छात्रों को क्रमवार 10 सवालों के जवाब देने होंगे। छात्र आंकलन कर शिक्षक को खराब, औसत, अच्छा, बहुत अच्छा और उत्कृष्ट अंक दे सकेंगे। इसके बाद इविवि प्रशासन इसका मूल्यांकन करेगा। फिर प्रत्येक संकाय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक को 23 सितंबर को प्रस्तावित दीक्षा समारोह में द्रोणाचार्य पुरुस्कार दिया जाएगा। शिक्षकों के बारे में दिए जाने वाले फीडबैक को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। सबसे अहम बात यह है कि केवल वर्तमान में इविवि में अध्ययनरत छात्र ही फीडबैक दे सकेंगे। इस फीडबैक के जरिए इविवि प्रशासन शिक्षण और अनुसंधान के उच्च मानकों को हासिल करने की कवायद भी कर रहा है। शिक्षक/शिक्षिका को इन सवालों के देने होंगे जवाब :

क्या पाठ्यक्रम सामग्री पर प्रभुत्व हासिल है?

प्रत्येक कक्षा के लिए कितनी अच्छी तरह तैयार थे?

क्या पाठ्यक्रम को लेकर उत्साहित था?

क्या अवधारणाओं को संप्रेषित करने में सक्षम और प्रभावी थे?

क्या हाल के शोध रुझानों से अच्छी तरह वाकिफ थे और भविष्य की शोध दिशाओं की पहचान करते थे?

क्या ने शिक्षण में नवीन दृष्टिकोण का इस्तेमाल किया और इंटरैक्टिव प्रक्रिया को बढ़ावा दिया?

क्या पाठ्यक्रम से आपकी रुचि और विषय के ज्ञान में वृद्धि हुई?

क्या अपने छात्रों की प्रगति के बारे में चिंतित और सहायक था?

कुल मिलाकर, आप पाठ्यक्रम में प्राप्त शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्याकन कैसे करेंगे?

कोई अन्य टिप्पणी जिसका आप उल्लेख करना चाहते हैं? विश्वविद्यालय ने आगामी दीक्षा समारोह में प्रत्येक संकाय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक को द्रोणाचार्य पुरुस्कार देने का निर्णय लिया है। इसके लिए शिक्षकों को छात्रों द्वारा दी गयी प्रतिक्रिया के अलावा उनके अन्य अकादमिक एवं अन्य गतिविधियों में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। इसकी सूचना विश्वविद्यालय के वेबसाइट सूचना पटल पर मौजूद है।

- डाक्टर जया कपूर, जनसंपर्क अधिकारी, इविवि।

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