Coronavirus में कामगार लौट रहे घर, अब दिल्ली से लौटने वालों का बढ़ा दबाव, ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची

गुरुवार को दिल्ली से आने वाली ट्रेनें फुल रहीं। प्रवासियों का कहना है कि हर कोई जल्द से जल्द अपने गांव पहुंचना चाहता है। ट्रेनों में कंफर्म टिकट पाने की जिद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन गाडिय़ों में लंबी प्रतीक्षा सूची है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:32 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:32 AM (IST)
Coronavirus में कामगार लौट रहे घर, अब दिल्ली से लौटने वालों का बढ़ा दबाव, ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची
कोरोना संक्रमण के दौर में प्रवासी श्रमिकों को सकुशल अपने घर पहुंचने की जल्‍दी है। ट्रेनों में भीड़ अधिक है।

प्रयागराज, जेनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के दूसरे दौर ने लोगों को परेशान कर रखा है। मायानगरी मुंबई से पलायन के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली से कामगारों के लौटने का सिलसिला तेज हो गया है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए आंशिक लॉकडाउन लागू होने के बाद प्रवासियों की धड़कन बढ़ गई हैं। पिछली बार झेली परेशानी को याद कर प्रवासी लौटने लगे हैं।

दिल्‍ली से आज आने वाली ट्रेनें फुल

गुरुवार को दिल्ली से आने वाली ट्रेनें फुल रहीं। प्रवासियों का कहना है कि हर कोई जल्द से जल्द अपने गांव पहुंचना चाहता है। ट्रेनों में कंफर्म टिकट पाने की जिद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन गाडिय़ों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। 02276 नई दिल्ली-प्रयागराज इलाहाबाद हमसफर स्पेशल, 02418 नई दिल्ली-प्रयागराज प्रयागराज एक्सप्रेस, 04218 चंडीगढ़-प्रयागराज संगम ऊंचाहार एक्सप्रेस, 02560 नई दिल्ली-मंडुवाडीह शिवगंगा एक्सप्रेस, 02454 नई दिल्ली-रांची स्पेशल, 02398 नई दिल्ली-गया गया फेस्टिवल स्पेशल, 02264 आनंद विहार-जीसीटी सुपरफास्ट स्पेशल, 04488 नई दिल्ली-गया स्पेशल, 02382 नई दिल्ली-हावड़ा पूर्वा एक्सप्रेस, 05956 पुरानी दिल्ली-कामाख्या ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस, 02562 नई दिल्ली-जय नगर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, 02802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस समेत दिल्ली से आने वाली ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है।

निजी बसों से भी कर रहे सफर, सामान के लिए वसूला जा रहा अतिरिक्‍त किराया

20 से 26 अप्रैल तक दिल्ली में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद प्रवासी हर हाल में घर पहुंचना चाह रहे हैं। ट्रेन में सीटें फुल होने पर वे निजी बस से लौट रहे हैं। इसके लिए उन्हें अधिक किराया भी देना पड़ रहा है। इसके अलावा परेशानी भी उठानी पड़ रही है। कुछ प्रवासियों का कहना है कि सामान के लिए अतिरिक्त किराया भी वसूला जा रहा है।

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