अब सभी ग्राम पंचायतों में बनेगी गोशाला, मनरेगा और राज्य वित्त के बजट से होगा तैयार

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ आरपी राय ने बताया कि समय के साथ गोवंशों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाना भी जरूरी है। गोशाला बनने से गोवंश तो सुरक्षित रहेंगे हीकिसानों की फसल भी सुरक्षित रहेगी

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:30 AM (IST)
अब सभी ग्राम पंचायतों में बनेगी गोशाला, मनरेगा और राज्य वित्त के बजट से होगा तैयार
सभी ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को गोशाला निर्माण के लिए दी जाएगी जिम्मेदारी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गोवंशों के लिए अब सभी ग्राम पंचायतों में गोशालाओं का निर्माण किया जाएगा। गोशाला का निर्माण कराने का शासनादेश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के पास आ चुका है। राजस्व विभाग की टीम ग्राम पंचायतों में गोशाला बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराएगा।

गोवंश को सर्दी से बचाने का भी रहेगा इंतजाम

ग्राम पंचायतों में तैयार होने वाली नई अस्थाई गोशालाओं का निर्माण मनरेगा और राज्य वित्त से किया जाएगा। ग्राम प्रधान की देखरेख में गोशाला का निर्माण होगा। गोवंशों की देखरेख करने के लिए ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी की सहमति से रखे जाएंगे। गोशालाओं में गाय और सांड को रहने के लिए अलग-अलग स्थान बनाया जाएगा। सर्दी से बचने के लिए भी बेहतर इंतजाम किया जाएगा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ आरपी राय ने बताया कि समय के साथ गोवंशों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाना भी जरूरी है। गोशाला बनने से गोवंश तो सुरक्षित रहेंगे ही,किसानों की फसल भी सुरक्षित रहेगी। दो से तीन स्थाई गोशाला भी जल्द बनाई जाएगी।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ

प्रयागराज : आंगनबाड़ी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन ने बुधवार को कचहरी परिसर से मंडलायुक्त कार्यालय तक पैदल मार्च किया। अपनी सात सूत्रीय मांग से संबंधित ज्ञापन देते हुए बुद्धि शुद्धि हवन किया। मंडल संरक्षक संतोष मिश्रा ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकार कम मानदेय देकर मानसिक उत्पीड़न कर रही है। कार्यकर्ता मन लगाकर सरकार काम कर रहे हैं, उसके बावजूद उनके काम के अनुरूप मानदेय नहीं मिल रहा है। आंगनबाडी 2 दिसंबर से अपनी सात मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। छठवें दिन भी उनकी कलम बंद हड़ताल जारी रही। कार्यकर्ताओं ने हवन कर भगवान से मांगे पूरी करने की प्रार्थना की।

जिलाध्यक्ष सुशीला देवी ने कहा कि आंगनबाडी का मानदेय दिल्ली, मध्यप्रदेश राज्य के बराबर सरकार को देना होगा। सरकार एक देश, एक आंगनबाड़ी, एक नियमावली बनाए । मौजीलाल रावत ने बताया कि शुक्रवार को भी आंगनबाडी आंदोलन पर रहेंगी। प्रदेश प्रभारी श्याम सुंदर पांडेय ने आंगनबाड़ियों से कहा कि हम हार नहीं मानेंगे और मांग पूरी न होने तक यह आंदोलन चलाते रहेंगे। कार्यक्रम में रन्नो जयसवाल, शुरुर फातिमा, किरण चौधरी, बबिता मिश्रा, सुमन मिश्रा, बीना मिश्रा, सरोज यादव, बिमलेश, कंचन यादव, संतोष आदि मौजूद रही।

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