अब खजुराहो तक दौड़ेगी इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें, रेलवे ट्रैक का पूरा हो गया है इलेक्ट्रीफिकेशन
29 जुलाई को मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) इसका निरीक्षण भी कर चुके हैैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्रयागराज से खजुराहो तक के रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन दौडऩे लगेगी। इसके बाद खजुराहो जाना आसान और आरामदेह होगा।
प्रयागराज, अतुल यादव। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महोबा-खजुराहो रेलखंड पर सफर अब और सुगम होगा। इसका विद्युतीकरण हो गया है। जल्द ही इस पर इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। बीती 29 जुलाई को मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) इसका निरीक्षण भी कर चुके हैैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्रयागराज से खजुराहो तक इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन दौडऩे लगेगी। इसके बाद खजुराहो जाना आसान और आरामदेह होगा।
महोबा-खजुराहो रेलखंड का विद्युतीकरण जनवरी 2020 में हुआ शुरू
वर्ष 2024 तक भारतीय रेल में सभी ब्राडगेज ट्रैक का विद्युतीकरण किए जाने का लक्ष्य है। इसी क्रम में केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन (कोर)एनसीआर में 1345 किलोमीटर रेलरूट का इस वित्तीय वर्ष में विद्युतीकरण करा रहा है। महोबा-खजुराहो-उदयपुरा रेलखंड का विद्युतीकरण वित्तीय वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुआ था। दिसंबर 2019 में टेंडर के बाद जनवरी 2020 में काम शुरू हुआ। कोर के लखनऊ डिवीजन ने खजुराहो-महोबा रेलखंड (64 किलोमीटर) तक विद्युतीकरण कराया है। इसमें 625 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल हुआ। इसके अलावा 1250 नींव बनाई गई। इसमें 150 नींव पथरीली जमीन पर बनाई गई है। मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने निरीक्षण के बाद 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दी है। इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें चलने से समय बचेगा। प्रयागराज से चलने वाली 04116/04115 प्रयागराज जंक्शन- डॉ.आंबेडकर नगर-प्रयागराज जंक्शन स्पेशल और 09484/09483 बरौनी-अहमदाबाद-बरौनी स्पेशल वाया प्रयागराज छिवकी के खजुराहो तक पहुंचने का समय कम हो जाएगा। फिलहाल खजुराहो-उदयपुरा रेलखंड पर विद्युतीकरण का काम चल रहा है। यह काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद भोपाल की तरफ जाने वाली ट्रेनें भी इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी।
'विद्युतीकरण के बाद अब कानपुर से खजुराहो तक मेमू भी चलाई जा सकेगी। हालांकि यह रेलवे बोर्ड के निर्णय पर निर्भर करेगा। मार्च, 2022 तक खजुराहो-उदयपुरा रेलखंड का विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया जाएगा।
यशपाल सिंह, महाप्रबंधक, केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन (कोर)