अब डी-49 नाम से जाना जाएगा कुख्यात डकैत राम सिंह, प्रयागराज पुलिस ने गैंग को किया रजिस्टर्ड
राम सिंह और उसके गैंग का आपराधिक इतिहास देखते हुए पुलिस ने उसके गैंग को रजिस्टर्ड कर दिया है। हालांकि सभी अभियुक्त एनटीपीसी में चोरी करने के आरोप में जेल में बंद हैं। समर का बीहड़ के डकैतों से कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। पठारी क्षेत्र शंकरगढ़ का कुख्यात डकैत समर उर्फ राम सिंह अब डी-49 के नाम से जाना जाएगा। पुलिस ने उसके गैंग को रजिस्टर्ड करते हुए यह नाम दिया है। समर के अलावा गिरोह में 12 सदस्य हैं, जिनकी सतत निगरानी पुलिस करेगी। यह गैंग यमुनापार में हत्या, लूट, चोरी और डकैती करता था। खासतौर पर एनटीपीसी इस गैंग के निशाने पर रहता था। कुछ माह पहले इसी गैंग ने एनटीपीसी में धावा बोला था और गार्ड को गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
बीहड़ के डकैतों से खंगाला जा रहा है कनेक्शन
पुलिस के मुताबिक, बारा थाना क्षेत्र के कंचनपुर भौड़ी गांव के रहने वाले रघुवर दयाल का बेटा राम सिंह शातिर अपराधी है। उसने कुछ साल पहले चोरी-छिनैती की घटना शुरू की और फिर धीरे-धीरे एक गैंग बनाकर बड़ी वारदात को अंजाम देने लगा। डकैती उसका मुख्य पेशा बन गया। यमुनापार में स्थित एनटीपीसी का सामान चोरी करने के बाद उसे काफी मुनाफा हुआ तो बार-बार वहीं घटना कारित करने लगा। इसके बाद पठारी और जंगली इलाके में रहने वाले लोगों को अपना निशाना बनाने लगा। तब उसका गैंग कुख्यात हो गया और लोग उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने व गवाही देने से दूर भागने लगे। राम सिंह और उसके गैंग का आपराधिक इतिहास देखते हुए पुलिस ने उसके गैंग को रजिस्टर्ड कर दिया है। हालांकि सभी अभियुक्त एनटीपीसी में चोरी करने के आरोप में जेल में बंद हैं। समर का बीहड़ के डकैतों से कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है। ताकि जानकारी मिलने पर उसके विरुद्ध और कठोर कार्रवाई की जा सके।
एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि राम सिंह शातिर अपराधी है। वह अपने गैंग के सदस्यों के साथ डकैती, लूट जैसी घटनाओं को अंजाम देता था। उसका गैंग रजिस्टर्ड करके आवश्यक आगे की कार्रवाई की जा रही है।
- यह है पूरा गैंग-
- समर सिंह उर्फ राम सिंह, निवासी कंचनपुर भौड़ी, बारा (गैंग लीडर)
- ऋषि आदिवासी, निवासी मिश्रा का पुरवा खान सेमरा, शंकरगढ़ (सदस्य)
- श्रीवास कोल, निवासी सेमरा, शंकरगढ़ (सदस्य)
- अन्नू कोल, निवासी मिश्रा का पुरवा खान सेमरा, शंकरगढ़ (सदस्य)
- सुरेंद्र कुमार, निवासी जज्जी का पुरवा, बारा (सदस्य)
- झल्लर आदिवासी उर्फ राकेश निवासी नीबी लोहगरा बारा (सदस्य)
- उमेश कोल उर्फ भोला, निवासी कंचनपुर, बारा (सदस्य)
- सोनू कोल, निवासी बेरुई, शंकरगढ़ (सदस्य)
- जालंधर, निवासी नीबी लोहगरा, बारा (सदस्य)
- छोटू आदिवासी निवासी नीबी लोहगरा, बारा (सदस्य)
- सुभाष उर्फ बन्ने निवासी लोहगरा, बारा (सदस्य)
- राजेंद्र आदिवासी, निवासी लोहगरा, बारा (सदस्य)