ऑनलाइन नहीं, लिखित दो अतिक्रमण की शिकायत
पोर्टल पर शिकायत करने वाले लोग इन दिनों परेशान हैं। उन्हें नजूल विभाग का चक्कर काटना पड़ रहा है। अधिकारी और कर्मचारी शिकायतकर्ता को लिखित शिकायत की बात कहते हैं।
जासं, इलाहाबाद : जनसुनवाई पोर्टल पर यदि कोई शिकायतकर्ता अतिक्रमण से जुड़ी शिकायत करता है तो मानकर चलिए उसका निस्तारण नहीं होगा। क्योंकि नगर निगम के अधिकारी ऑनलाइन शिकायतों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। शिकायत डिफाल्टर न हो इसके लिए उसे केवल निपटा देते हैं। शिकायतकर्ता जब नगर निगम में नजूल विभाग के चक्कर लगाते है तो अधिकारी-कर्मचारी दो टूक जवाब देते हैं लिखित शिकायत करो तो उसका संज्ञान लिया जाएगा।
नगर निगम के अधिकारी दावा करते हैं कि ऑनलाइन आने वाली ज्यादातर शिकायतों का निस्तारण किया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। जिन लोगों ने महीनों पहले पोर्टल पर शिकायत की थी, आज तक उस पर ध्यान नहीं दिया गया है। मम्फोर्डगंज निवासी एसके त्रिपाठी ने कई दिनों पहले पोर्टल पर अतिक्रमण की शिकायत की थी। संज्ञान नहीं लिए जाने पर बुधवार को नगर निगम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपनी शिकायत के बारे में बताया तो अधिकारी और कर्मचारी ने कहाकि अतिक्रमण हटवाना है तो लिखित शिकायत दो। ऑनलाइन का कुछ नहीं होगा। अशोक नगर निवासी रवि ने रास्ते पर अतिक्रमण होने को लेकर कई महीने पहले शिकायत की थी। कार्रवाई न होने पर जब नगर निगम मे नजूल विभाग पहुंचे तो उन्हें भी यह दो टूक जवाब मिला। नगर निगम में अतिक्रमण को लेकर ऑनलाइन आने वाली ज्यादातर शिकायतों के साथ ऐसा ही हो रहा है। शिकायतकर्ता नगर निगम के चक्कर काट रहा है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह का कहना है कि किसी भी विभाग द्वारा अगर ऑनलाइन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। कोई अधिकारी और कर्मचारी यह कहकर काम नहीं करेगा कि उसे लिखित शिकायत नहीं मिली है।