Cow Shelter: नोडल अधिकारियों ने किया कौशांबी में गोशालाओं का निरीक्षण तो बीमार मिले 46 मवेशी

गोशालाओं में अव्यवस्था व मवेशियों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी लेने के लिए जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने तीन दिन पूर्व 69 नोडल अधिकारियों बनाए और उन्हें एक-एक गोशाला का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। नोडल अधिकारियों ने जायजा लेकर डीएम व मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को रिपोर्ट दी।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:42 AM (IST)
Cow Shelter: नोडल अधिकारियों ने किया कौशांबी में गोशालाओं का निरीक्षण तो बीमार मिले 46 मवेशी
डीएम के निर्देश पर निरीक्षण, कई गोशाला परिसर में जल भराव को किया गया दूर

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए हर जिले में गोशाला स्थापित की गई हैं। कौशांबी में 69 गोशाला का संचालन किया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश की वजह से गोशाओं में रह रहे मवेशियों की हालत का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर नोडल अधिकारियों ने जनपद की सभी गोशालाओं का निरीक्षण किया। कुछ गोशालाओं के परिसर में जल जमाव मिला। इसके अलावा 46 गोवंश बीमार मिले। इस बारे में जानकारी मिलने पर पशु चिकित्सकों ने जाकर सबका इलाज किया।

बारिश होने पर लिया जायजा

प्रदेश सरकार गोवंश के संरक्षण पर विशेष जोर दे रही है। शासन के निर्देश पर कौशांबी जनपद की नगर पंचायतों व ग्रामीण क्षेत्रों में 69 गोशाला बनाए गए हैं। इनमें लगभग 9000 मवेशियों को रखा गया है। पिछले चार दिनों से रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश से जब आम जन जीवन प्रभावित है और जगह-जगह जल भराव है तो गोशाला पर भी इसका असर पड़ना तय था। इसी वजह से गोशालाओं में अव्यवस्था व मवेशियों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी लेने के लिए जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने तीन दिन पूर्व 69 नोडल अधिकारियों बनाए और उन्हें एक-एक गोशाला का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी की हिदायत पर गुरुवार व शुक्रवार को नोडल अधिकारियों ने गोशालाओं का निरीक्षण किया। सभी नोडल अधिकारियों ने जिलाधिकारी व मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को रिपोर्ट दी। नोडल अधिकारी की रिपोर्ट में 46 मवेशी बीमार मिले।

दी डीएम ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी

इस बारे में जानकारी मिलने पर पशु चिकित्सकों ने गोशाला जाकर बीमार मवेशियों का इलाज किया। इसके अलावा चायल के हरदुआ, काजू, रामपुर धमावां, चायल, बरियावां, बरलहा आदि गोशालाओं में जल जमाव मिला। नोडल अधिकारियों के रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, खंड विकास अधिकारी व अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि गोशालाओं में जल भराव को खत्म कराया गया। संरक्षित मवेशियों की देखभाल सही तरीके से की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। यदि लापरवाही की वजह से किसी मवेशी की मौत होती है तो जिम्मेदारों अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गोशाला के मवेशियों को नहीं मिल रहा हरा चारा

बेसहारा गोवंशों के संरक्षण को जिले में 69 गोशाओं का संचालन किया जा रहा है। इस गोशाओं में संरक्षित मवेशियों की देखरेख व खान-पान पर लाखों रुपये खर्च भी होता है, लेकिन जिले की अधिकतर गोशाओं के मवेशियों को हरा चारा नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से उनकी सेहत बिगड़ रही है। इसकी रिपोर्ट भी नोडल अधिकारी जिलाधिकारी को दी है।

chat bot
आपका साथी