Prayagraj में रोडवेज बस अड्डे पर उमड़ी भीड़, बैठने को लेकर धक्कामुक्की, सीट के लिए खिड़की से फेंके बैग

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढऩे से रोजी रोटी की तलाश में बाहर रहने वाले लोग घरों को लौट रहे हैं। ऐसे में महानगरों से ट्रेन से प्रयागराज जंक्शन और प्रयागराज छिवकी पहुंचने वाले यात्री अपने घर जाने के लिए रोडवेज बसों का सहारा ले रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:00 AM (IST)
Prayagraj में रोडवेज बस अड्डे पर उमड़ी भीड़, बैठने को लेकर धक्कामुक्की, सीट के लिए खिड़की से फेंके बैग
अचानक भीड़ बढऩे और बस अड्डे पर जांच के कोई इंतजाम नहीं किए गए।

प्रयागराज, जेएनएन। रेलवे स्टेशनों के बाद अब रोडवेज की बसों में भी दबाव बढऩे लगा है। महानगरों से आने वाले रेलयात्री अपने गृह जनपद जाने के लिए रोडवेज बसों का सहारा ले रहे हैं। अचानक भीड़ बढऩे और बस अड्डे पर जांच के कोई इंतजाम नहीं किए गए। इससे साफ है कि परिवहन विभाग ने कोरोना की रोकथाम के लिए कोई तैयारी नही की है।

पूर्वांचल की बसों में बढ़ी भीड़, फिजिकल डिस्टेंसिंग तार-तार

दरअसल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढऩे से रोजी रोटी की तलाश में बाहर रहने वाले लोग अब अपने घरों को लौट रहे हैं। ऐसे में महानगरों से ट्रेन से प्रयागराज जंक्शन और प्रयागराज छिवकी पहुंचने वाले यात्री अपने घर जाने के लिए रोडवेज बसों का सहारा ले रहे हैं। लेकिन, बसों की कमी की वजह से वह घंटों तक जूझते हैं। बस आते ही पहले बैठने की होड़ में कोविड प्रोटोकाल तो दूर फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है।


यात्रियों का नहीं हो रहा कोविड टेस्ट
सिविल लाइंस बस अड्डे पर कोविड जांच के भी कोई इंतजाम नहंी हैं। पिछले साल मुख्य द्वार पर सैनिटाइजिंग टनल लगाई गई थी। इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था थी। लेकिन, इस बार बस अड््डे पर चारों गेट पर जांच नहीं की जा रही हैं।
 
बोले यात्री
सारनाथ एक्सप्रेस से परिवार के साथ जंक्शन तक आया। अब घर जाने के लिए रोडवेज बस अड्डे पर बस नहीं मिल रही है।
-दिलीप, बदलापुर

परदेस में सिलाई का काम कर गुजारा चलता है। घर लौट रहा हूं। दोपहर 12 से ढाई बजे तक तेेज धूप में बस के इंतजार में हूं।
- सृजन, जौनपुर

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