Allahabad University की नेहा यादव बनीं समाजवादी छात्र सभा की पहली राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नेहा वर्तमान में फूड टेक विभाग में न्यूट्रिशनल साइंस से पीएचडी कर रही हैं। नेहा ने बीएचयू से एमएससी की पढ़ाई की है। 2017 में बीचएयू में छेड़खानी मामले में तीन दिन धरने पर बैठ गईं। इस घटना में भी नेहा को जेल जाना पड़ा था
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वर्ष 2018 में प्रयागराज में भाजपा के दिग्ग्ज नेता अमित शाह को काला झंडा दिखाने वाली बस कंडक्टर की बेटी नेहा यादव को समाजवादी छात्र सभा (सछास) का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महिला सभा को छोड़कर पहली बार किसी महिला को छात्र सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। इस तरह से यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक अहम कदम है।
छात्रों के लिए शुरू से ही संघर्ष करती रही हैं नेहा
नेहा मूलत: बरेली जनपद के ऊंचा गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता जगदीश सिंह यादव रोडवेज में कंडक्टर के पद से रिटायर हुए हैं। मां विमला देवी ग्राम प्रधान हैं। नेहा छात्रों के लिए शुरू से संघर्ष करती रही हैं। वह अब तक छह बार जेल भी जा चुकी हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नेहा वर्तमान में फूड टेक विभाग में न्यूट्रिशनल साइंस से पीएचडी कर रही हैं। नेहा ने बीएचयू से एमएससी की पढ़ाई की है। 2017 में बीचएयू में छेड़खानी मामले में तीन दिन धरने पर बैठ गईं। तीसरे दिन लाठीचार्ज हो गया था। इस घटना में भी नेहा को जेल जाना पड़ा था।
पीएम मोदी के काफिले के सामने लहराया था काला कपड़ा
2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन के दौरान उनके विरोध में काफिले के सामने काला कपड़ा लहराने पर नेहा को गिरफ्तार कर एक सप्ताह के लिए जेल भेज दिया गया था। सितंबर 2020 में हाथरस दुष्कर्म कांड के विरोध और आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर भी नेहा समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गईं थीं। इसके बाद उन सभी को जबरन जेल में डाल दिया गया था। नेहा दो महीने की सजा काटकर जब घर लौटीं तो काफी तनाव में थीं। इसके बाद अखिलेश यादव उनके आवास तक गए थे। यह भी गौरतलब है कि नेहा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की 2016 की प्रवेश परीक्षा में टाप किया था। वह असिस्टेंट प्रोफेसर बनना चाहती हैं।