Navratri 2020 : कोरोना वायरस संक्रमण में प्रयागराज के लोग मायूस न हों, रामलीला की ऐसे कर सकेंगे अनुभूति
Navratri 2020 कोरोना वायरस का संक्रमण है न इसलिए प्रयागराज में रामलीला के मंचन पर संशय की स्थिति बनी है। वहीं शासन व प्रशासन की ओर से इस संबंध में अभी गाइडलाइन भी नहीं आई है। ऐसे में रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों में उहापोह की स्थिति है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रोज पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में शारदीय नवरात्र निकट है तो स्वाभाविक है कि लोगों के मन में यह सवाल कौंध रहे होंगे। सवाल लोगों के मन में यह भी आ रहा है कि इस बार क्या उन्हें प्रयागराज की ऐतिहासिक रामलीला देखने को नहीं मिलेगी। क्या कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में रामलीला का मंचन नहीं होगा। अथवा रामलीला का मंचन होगा तो कैसे होगा। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए क्या भीड़ नहीं जुटेगी...आदि का उत्तर फिलहाल अनुत्तरित ही है। हालांकि ऐसे में आशा की किरण भी नजर आ रही है, क्योंकि रामलीला कमेटियों के लोग लगातार इस पर मंथन कर रहे हैं और विकल्प की तलाश कर रहे हैं।
कटरा रामलीला : पर्दे पर देखिए रामायण, करिए रामलीला की अनुभूति
कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति कायम है। इससे रामलीला मंचन पर असमंजस की स्थिति है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए रामलीला कमेटियों ने रामलीला मंचन का विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। लीला की परंपरा कायम रखने के लिए श्रीकटरा रामलीला कमेटी ने रामानंद सागर के निर्देशन में बने धारावाहिक रामायण को दिखाने का निर्णय लिया है। कमेटी 'संपूर्ण रामायण की रामकथा' नाम से रामायण का प्रसारण कराएगी। दर्शकों को रामलीला की अनुभूति कराने के लिए 40 फिट की विशाल एलईडी स्क्रीन में 10 दिनों तक रामायण का प्रसारण किया जाएगा।
कल होने वाली प्रयागराज रामलीला महासंघ की बैठक में होगा मंथन
रामलीला मंचन को लेकर प्रशासन ने अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं किया। श्रीदारागंज रामलीला कमेटी ने अपने पात्र तय कर दिए हैं। हालांकि अन्य कमेटियों ने लीला मंचन को लेकर कोई तैयारी नहीं की। अब तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी नहीं बचा है। शहर की प्रमुख श्रीकटरा रामलीला कमेटी के महामंत्री गोपालबाबू जायसवाल का कहना है कि रामलीला मंचन की उम्मीद कम नजर आ रही है। ऐसी स्थिति में प्रशासन से अनुमति लेकर लीला मैदान में एलईडी में 'संपूर्ण रामायण की रामकथा' का प्रसारण करने का निर्णय लिया गया है। रविवार को प्रयागराज रामलीला महासंघ की बैठक बुलाई गई है। इसमें शहर की सभी रामलीला कमेटी अपनी स्थिति स्पष्ट करेगी।
दुर्गापूजा की गाइडलाइन जारी न होने से उहापोह
उधर शारदीय नवरात्र का समय करीब है। नवरात्र में दुर्गा पूजा का वृहद आयोजन होता है, जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं। हालांकि शासन-प्रशासन ने अभी तक दुर्गापूजा को लेकर गाइडलाइन जारी नहीं की। इससे दुर्गा पूजा कमेटियों में असमंजस की स्थिति है।
इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष
हाईकोर्ट में दुर्गा पूजा के लिए याचिका दाखिल करने वाले इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अधिवक्ता विजय चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-4 के अंतर्गत धार्मिक अनुष्ठानों में सौ लोगों के शामिल होने की छूट दी है। हालांकि प्रदेश सरकार धार्मिक अनुष्ठानों को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि शासन नवरात्र में अयोध्या में सरकारी खर्च से रामलीला का मंचन कराने की तैयारी कर रहा है जबकि दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन नहीं जारी हो रही है। बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव पीके राय ने कहा कि दुर्गा पूजा को लेकर कोर्ट जो निर्देश देगा हम उसी के अनुरूप अनुष्ठान कराएंगे।