National Nutrition Month: अति कुपोषित बच्चों का होगा चिह्नीकरण, उचित इलाज किया जाएगा

National Nutrition Month जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज राव ने बताया कि बच्चों एवं किशोरियों तथा धात्री व गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए सितंबर माह में पोषण माह का आयोजन होगा। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 09:51 AM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 09:51 AM (IST)
National Nutrition Month: अति कुपोषित बच्चों का होगा चिह्नीकरण, उचित इलाज किया जाएगा
पोषण माह में शून्‍य से पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन एवं लंबाई की नाप ली जाएगी।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से सितंबर माह में राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा। इस बार इसका थीम 'कुपोषण छोड़, पोषण की ओर, थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर' होगा। पोषण माह गंभीर कुपोषित बच्चों की प्रारंभिक पहचान कर उन्हें उचित इलाज प्रदान किया जाएगा। कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनके स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रयास किया जाएगा।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने यह कहा

जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज राव ने बताया कि बच्चों एवं किशोरियों तथा धात्री व गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए सितंबर माह में पोषण माह का आयोजन होगा। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा।

पोषण माह की खास बातें

पोषण माह में खास बात यह होगी की रसोई और न्यूट्री गार्डेन विकसित कर पौधे लगाए जाएंगे। भूमि का अभाव होने पर गमलों का सहारा लिया जाएगा। पोषण की गति को कोरोना काल मे बनाए रखने के लिए पूरे माह हर सप्ताह अलग कार्यक्रम कर पोषण के प्रति जागरूकता की जाएगी।

पोषण माह के ये चार सप्‍ताह

पोषण माह के प्रथम सप्ताह में सरकारी स्कूल, आवासीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत की अतिरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका की स्थापना की जाएगी। द्वितीय सप्ताह में योगा एवं आयुष के सत्रों का आयोजन बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं को केंद्रित करते हुए होंगे। तीसरे सप्ताह में पोषण संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री व अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण किया जाएगा। चतुर्थ सप्ताह में सैम/मैम बच्चों का चिह्नीकरण  अभियान चलाया जाएगा।

शून्‍य से पांच वर्ष तक के बच्‍चों पर ध्‍यान

पोषण माह में विभिन्न विभागों से सामंजस्य स्थापित किया जाएगा। शून्‍य से पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन एवं लंबाई की नाप ली जाएगी। बच्चों का चिह्नांकन कर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से स्वास्थ्य की जांच कराया जाएगा और आवश्यकता अनुसार उन्हें एनआरसी में भी भर्ती कराया जाएगा।

गांवों में होगी पोषण पंचायतें

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण माह के दौरान अधिक से अधिक वर्चुअल बैठकें होंगी। मोबाइल के जरिए भी लोगों को जानकारी दी जाएगी। बच्चों में रोग एवं मृत्यु दर कम करने के लिए उनमें कुपोषण की पहचान की जाएगी और गांव में पोषण पंचायतों का आयोजन होगा। स्थानीय स्तर पर इनका प्रबंधन विभागीय कन्वर्जन के मध्यम से किया जाएगा।

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