इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगे यौन उत्‍पीड़न की जांच राष्‍ट्रीय महिला आयोग करेगा Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने नई दिल्ली में यूजीसी के सचिव और राष्ट्रीय महिला आयोग के चेयरपर्सन से शिकायत की थी। टीम जांच को प्रयागराज पहुंची।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 05:44 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 08:26 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगे यौन उत्‍पीड़न की जांच राष्‍ट्रीय महिला आयोग करेगा Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगे यौन उत्‍पीड़न की जांच राष्‍ट्रीय महिला आयोग करेगा Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर लगाए गए यौन उत्पीडऩ की जांच अब राष्ट्रीय महिला आयोग करेगा। टीम ने कुलपति को प्रकरण में अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी है। यह जानकारी राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. राजुल बेन एल देसाई ने बुधवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में दी। वह इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर प्रयागराज पहुंचीं थीं।

इविवि छात्रसंघ की पूर्व अध्‍यक्ष ऋचा की शिकायत पर टीम पहुंची

दरअसल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने दो दिसंबर को नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव और राष्ट्रीय महिला आयोग के चेयरपर्सन से मिलकर शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि इविवि के महिला हॉस्टल परिसर में कई वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं। जबकि, यूजीसी की गाइड लाइन है कि महिला हॉस्टल परिसर में शाम छह बजे के बाद निर्माण कार्य नहीं होगा। इविवि में इस गाइड लाइन की अनदेखी की जा रही है।

सपा सांसद ने राज्‍य सभा में उठाया था महिला छात्रावास का मसला

यह मसला सपा की सांसद जया बच्चन ने राज्य सभा में भी उठाया था। वहीं, ऋचा की शिकायत पर मंगलवार देर रात अचानक टीम प्रयागराज पहुंची। पांच सदस्यीय टीम ने सर्किट हाउस में करीब ढाई घंटे ऋचा से पूछताछ किया। इसके बाद देर रात तक सभी महिला हॉस्टलों में छात्राओं से पूछताछ की।

टीम सदस्‍यों ने कहा, इविवि छात्रसंघ की पूर्व अध्‍यक्ष के आरोप सही मिले

बुधवार को टीम ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि जांच में ऋचा के सभी आरोप सही मिले। बुधवार की सुबह टीम कुलपति से मिलने विश्वविद्यालय पहुंची तो पता चला कुलपति विदेश यात्रा पर हैं। ऐसे में टीम ने रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला से बातचीत की। टीम ने बताया कि रजिस्ट्रार ने आश्वासन दिया है कि सारी खामियों को दूर किया जाएगा।

टीम ने कहा, प्रकरण में कुलपति एक सप्‍ताह में पक्ष रखें

टीम ने बताया कि कुलपति पर लगाए गए आरोप की सत्यता जानने के लिए उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। उन्हें एक सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है। इसके अलावा टीम इविवि के जिन प्रोफेसरों पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगे हैं, उस मामले की भी जांच करेगी। टीम ने इविवि प्रशासन से जवाब मांगा है कि विश्वविद्यालय ने इन मामलों में क्या कार्रवाई की है। टीम में राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. राजुल बेन एल देसाई के अलावा प्रियंका मिड्ढा कौशिक, शालिनी सिंह, अनीता सिंह और अनीता सचान मौजूद रहीं।

इविवि प्रशासन का बर्ताव सही नहीं रहा : डॉ. राजुल बेन एल देसाई

राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. राजुल बेन एल देसाई ने बताया कि आयोग के प्रति इविवि प्रशासन का बर्ताव सही नहीं रहा। ऐसे में यह कैसे माना जाए कि आम छात्राओं के साथ इनका व्यवहार सही रहता होगा। उन्होंने बताया कि छात्राओं ने पूछताछ के दौरान बताया कि हॉस्टल की अधीक्षिका का बर्ताव सही नहीं रहता है।

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