Narendra Giri Death: 20 मिनट की गुप्त मंत्रणा में डिप्टी सीएम ने हरि गिरि को किया जांच पर संतुष्ट
उप मुख्यमंत्री की बंद कमरे में हरि गिरि से 20 मिनट वार्ता हुई थी। उन्होंने नरेंद्र गिरि के आत्महत्या करने की गुत्थी पर हरि गिरि से बात की। साथ ही जांच एसआइटी जांच की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया और तमाम मुद्दों पर हरि गिरि से जानकारी ली।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मृत्यु के बाद घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। पुलिस ने नरेंद्र गिरि, आद्य प्रसाद व उसके बेटे संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। एसआइटी मामले की जांच कर रही है, लेकिन संत इससे संतुष्ट नहीं हैं। रह-रह कर उनका रोष उभर आता है, कुछ ने तो सीबीआइ जांच कराने की मांग कर डाली थी और अब शासन ने भी इसके लिए केंद्र सरकार से संस्तुति कर दी है। संतों की नाराजगी को विपक्ष के नेता लगातार हवा दे रहे हैं। इसे भांप कर जब बुधवार की सुबह उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद प्रयागराज में नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा में शामिल होने आए तो अचानक अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि से मिलने पहुंच गए।
सुसाइड नोट की विश्वसनीयता पर है संशय
उप मुख्यमंत्री सुबह लगभग 10.20 बजे मौज गिरि मंदिर पहुंचे। बंद कमरे में उनकी हरि गिरि से 20 मिनट वार्ता हुई थी। उन्होंने नरेंद्र गिरि के आत्महत्या करने की गुत्थी पर हरि गिरि से बात की। साथ ही जांच एसआइटी जांच की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आगे जांच कैसे की जाय? किन लोगों से पूछताछ की जाय? नरेंद्र गिरि किससे परेशान थे? जैसे तमाम मुद्दों पर हरि गिरि से जानकारी ली। हरि गिरि ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि नरेंद्र गिरि बड़े महात्मा थे। वे जल्द दबाव में नहीं आते थे, सुसाइड नोट की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है, क्योंकि उसकी लिखावट व हस्ताक्षर अलग हैं। स्याही भी अलग है, इसलिए सुसाइट नोट के इतर भी जांच होनी चाहिए। उप मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि जांच निष्पक्ष व जल्द पूरी होगी। संतों की मंशा के अनुरूप त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद 10.40 बजे के लगभग दोनों लोग महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के लिए निकल लिए।