Narendra Giri Death Case: सीबीआइ महंत के शिष्‍यों व सेवादारों की हैंड राइटिंग से सुसाइड नोट का करेगी मिलान

Narendra Giri Death Case सीबीआइ टीम यह भी पता लगा रही है कि कहीं महंत नरेंद्र गिरि की तरह कोई नकल करके तो नहीं लिख सकता है। जिनका हैंड राइटिंग सैंपल लिया गया है उनकी मनोदशा का भी आकलन किया जाएगा ताकि किसी तरह का सुराग हाथ लग सके।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:48 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:48 AM (IST)
Narendra Giri Death Case: सीबीआइ महंत के शिष्‍यों व सेवादारों की हैंड राइटिंग से सुसाइड नोट का करेगी मिलान
सीबीआइ ने महंत नरेंद्र गिरि के शिष्यों और सेवादारों का हैंड राइटिंग सैंपल लिया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम की जांच चल रही है। सीबीआइ टीम एक बार फिर श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी पहुंची। मठ में टीम ने महंत नरेंद्र गिरि के खास शिष्यों और कई सेवादारों का हैंड राइटिंग सैंपल लिया। अब इस नमूने को महंत के सुसाइड नोट से मिलान कराया जाएगा। साथ ही जांच के लिए फोरेंसिक लैब भी भेजा जाएगा।

हैंड राइटिंग सैंपल देने वाले की मनोदशा का भी होगा आकलन

सूत्रों का कहना है कि हैंड राइटिंग एक्सपर्ट ने जांच एजेंसी को बताया है कि कमरे से मिला सुसाइड नोट नरेंद्र गिरि ने ही लिखा है। ऐसा दूसरे अभिलेख, कागजात में उनके हस्ताक्षर का मिलान करने के आधार पर बताया गया है। हालांकि सीबीआइ टीम यह भी पता लगा रही है कि कहीं महंत की तरह कोई नकल करके तो नहीं लिख सकता है। जिनका हैंड राइटिंग सैंपल लिया गया है, उनकी मनोदशा का भी आकलन किया जाएगा, ताकि किसी तरह का सुराग हाथ लग सके। 

मठ में सीबीआइ ने की छानबीन

श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी से जुड़े लोगों का कहना है कि सीबीआइ की एक टीम अल्लापुर स्थित मठ पहुंची। इसके बाद एक कमरे में नाम लेकर महंत के बेहद करीबी रहे शिष्यों और सेवादारों को बुलवाया गया। उनके काले और नीले रंग के पेन से सफेद कागज पर अलग-अलग बातें लिखवाई गईं। कहा जा रहा है कि नमूने को हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराने के बाद फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। नमूना लेने के साथ ही टीम के सदस्यों ने मठ में काफी देर तक छानबीन भी की।

पुलिसकर्मियों, अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी

सीबीआइ की टीम कुछ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि मठ में महंत की संदिग्ध दशा में मृत्यु की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले वहां कौन अधिकारी, पुलिसकर्मी पहुंचा था। उसने क्या-क्या देखा और फिर क्‍या कदम उठाया गया। इसकी विस्तृत जानकारी जांच एजेंसी के अफसर लेेंगे। साथ ही पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) में शामिल रहे पुलिसकर्मियों का भी बयान दर्ज किया जाएगा। हालांकि मामले की जांच शुरू करने से पहले सीबीआइ पुुलिस अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक से जानकारी ली थी मगर अब उसको नए सिरे से दोहराने की बात कही जा रही है।

जेल में मिलने वालों पर भी नजर

महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में नैनी जेल में बंद उनके परम शिष्य आनंद गिरि व आद्या प्रसाद तिवारी, उसके बेटे संदीप तिवारी से कौन-कौन मिलने के लिए जा रहा है। सीबीआइ की इस पर भी नजर है। जांच एजेंसी जेल प्रशासन के भी संपर्क में है और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ विशेष तौर पर आनंद गिरि पर नजर रख रही है, ताकि किसी तरह का नया इनपुट जुटाया जा सके।

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