Narendra Giri Death Case: अखाड़ा परिषद महामंत्री बोले- सीबीआइ जांच की संस्‍तुति सीएम का उचित निर्णय

Narendra Giri Death Case अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि का कहना है कि सीबीआइ जांच की संस्तुति करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उचित निर्णय लिया है। इससे घटना का सही स्वरूप सामने आएगा लेकिन अखाड़ा परिषद की गुप्त जांच जारी रहेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 03:28 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 03:28 PM (IST)
Narendra Giri Death Case: अखाड़ा परिषद महामंत्री बोले- सीबीआइ जांच की संस्‍तुति सीएम का उचित निर्णय
नरेंद्र गिरि के मौत की सीबीआइ जांच के ऐलान से संतों में संतोष है। इसे मुख्‍यमंत्री का उचित कदम बताया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले की सीबीआइ जांच की संस्तुति से संगमनगरी के संतों को संतोष है। उनका कहना है कि सच सामने आ सकता है। तमाम संतों की तरफ से यही मांग की गई थी कि मामले की सीबीआइ जांच कराई जाए। राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए सीबीआइ जांच की संस्तुति कर दी है। संतों का मानना है कि अब सच्चाई सामने आएगी, लेकिन जांच समयबद्ध तरीके से पूरी होनी चाहिए।

महंत हरि गिरि बोले- सीबीआइ जांच से घटना का सही स्‍वरूप आएगा सामने

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि का कहना है कि सीबीआइ जांच की संस्तुति करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उचित निर्णय लिया है। इससे घटना का सही स्वरूप सामने आएगा, लेकिन अखाड़ा परिषद की गुप्त जांच जारी रहेगी। महात्मा अपने स्तर पर घटना स्थल, पहले हुई घटनाओं को कड़ी से कड़ी जोड़ेंगे। 

श्रीनिरंजनी अखाड़ा व महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव ने भी उचित कदम बताया

श्रीनिरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने सीबीआइ जांच की संस्तुति करने पर संतोष व्यक्त किया है। कहा कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया था कि संतों की मंशा के अनुरूप जांच कराई जाएगी, उन्होंने उसी के अनुरूप कदम उठाया है। महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत जमुना पुरी कहते हैं कि महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मृत्यु हुई है, इसलिए उसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है। श्रीनिर्वाणी अनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु बड़ी साजिश है, जिसका खुलासा होना चाहिए। कहा कि सीबीआइ जांच की संस्तुति करके सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। हमें उम्मीद है कि सीबीआइ शीघ्र जांच पूरी करेगी।

देर से क्यों हुआ पोस्टमार्टम : स्‍वामी ओंकारानंद

प्रयाग पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी ओंकारानंद सरस्वती का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरि बड़े संत थे, उनकी मृत्यु के पीछे बड़ी साजिश है। मृत्यु के बाद मिला सुसाइड नोट किसने और क्यों उठाया? वह स्पष्ट नहीं है। पोस्टमार्टम विलंब से क्यों कराया गया? पोस्टमार्टम करवाने के बाद पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जा सकता था, परंतु ऐसा नहीं किया गया। जो साजिश का हिस्सा है। नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में हमेशा पुलिस के जवान लगे रहते थे, उनसे भी पूछताछ होनी चाहिए।

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