सरसों तेल के थोक रेट में 50 रुपये की गिरावट, फुटकर दाम में भी शीघ्र दिखेगी कमी
पिछले महीने से सरसों तेल का थोक रेट करीब 250 रुपये बढ़ गया था। वनस्पति घी की कीमत में भी लगभग 100 रुपये की वृद्धि हुई। फुटकर में सरसों के तेल का दाम 180 और वनस्पति घी का मूल्य 145 रुपये किलो हो गया था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। विगत कुछ दिनों से सरसों तेल की कीमतों में तेजी का रुख था। हालांकि पिछले सप्ताह के आखिरी दिन शनिवार को थोक बाजार में सरसों तेल का दाम घट गया। शुक्रवार को सरसों तेल के थोक रेट में 50 रुपये 15 किलो टिन की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं शनिवार को रेट फिर 50 रुपये तक घट गया था। इससे फुटकर रेट में करीब तीन से चार रुपये की जो वृद्धि हुई थी, वह भी कम हो जाएगी।
फुटकर में सरसों तेल 180 रुपये किलो
पिछले महीने सरसों तेल का थोक रेट करीब ढाई सौ रुपये 15 किलो टिन तक बढ़ गया था। वनस्पति घी की कीमत में भी लगभग 100 रुपये 15 किलो टिन की वृद्धि हुई। फुटकर में सरसों तेल का दाम 180 रुपये किलो और वनस्पति घी का मूल्य 145 रुपये किलो हो गया था। बता दें कि पिछले महीने की शुरुआत में सरसों तेल का थोक रेट लगभग 2600 रुपये 15 किलो टिन था, जो इस महीने बढ़ते हुए 2850 रुपये 15 किलो टिन तक हो गया था। हालांकि, शनिवार को दाम में गिरावट हुई।
वनस्पति घी का फुटकर रेट 158 रुपये
वनस्पति घी का थोक रेट (15 किलो टिन) 1900 रुपये, रिफाइंड का थोक रेट (15 लीटर टिन) 2260 रुपये और फुटकर दाम 158 रुपये किलो है। वहीं पामोलिन का थोक दाम (15 किलो टिन) 2150 रुपये और फुटकर रेट 130 रुपये किलो है। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि सरसों के तेल के दाम में 50 रुपये 15 किलो टिन की गिरावट शनिवार को हुई है। अन्य सामग्री के दाम स्थिर हैं।
चीनी का थोक व फुटकर दाम में तेजी
पिछले दिनों चीनी के दाम में भी दो रुपये किलो की तेजी हुई थी। इससे थोक रेट 3800 रुपये से बढ़कर 4000 रुपये क्विंटल हो गया था। फुटकर रेट 40 से बढ़कर 42 रुपये किलो हो गया है।