सरसों तेल का दाम और उछला, फुटकर में 2 रुपये बढ़ने की उम्मीद, अन्य खाद्य तेलों का रेट स्थिर
अब सरसों के तेल के थोक दाम 15 किलो टिन पर 15 से 20 रुपये की वृद्धि हुई है। इससे फुटकर दाम में भी एक-दो रुपये किलो की बढोतरी की संभावना जताई जा रही है। अन्य खाद्य तेलों के दाम स्थिर हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इस सप्ताह सरसों तेल की थोक कीमतों में मामूली वृद्धि हुई। हालांकि, अन्य सामानों के रेट स्थिर रहे। सरसों तेल की थोक कीमत में वृद्धि से फुटकर दाम में भी बढ़ोतरी तय है। पिछले सप्ताह शनिवार को रिफाइंड और पामोलीन की कीमतों में गिरावट हुई थी। हालांकि वनस्पति घी की कीमत में वृद्धि हुई थी। वहीं सरसों तेल का दाम स्थिर था।
सरसों तेल के थोक रेट में 15 से 20 रुपये की वृद्धि
अब सरसों के तेल के थोक दाम (15 किलो टिन) में 15 से 20 रुपये की वृद्धि हुई है। इससे फुटकर दाम में भी एक-दो रुपये किलो की बढोतरी की संभावना जताई जा रही है। शनिवार को रिफाइंड का दाम (15 लीटर टिन) 110 रुपये और पामोलीन के रेट में (15 किलो टिन) 50 रुपये की गिरावट हुई थी। इससे रिफाइंड का मूल्य (15 लीटर टिन) घटकर 2150 रुपये और पामोलीन का रेट (15 किलो टिन) गिरकर 2000 रुपये हो गया था। सरसों तेल का थोक (15 किलो टिन) मूल्य 2850 रुपये था, जो बढ़कर 2865-2870 रुपये हो गया है।
सरसों तेल, रिफाइंड व पामोलीन के फुटकर दाम
फुटकर में सरसों तेल का दाम 180 रुपये लीटर, रिफाइंड की कीमत 158 लीटर और पामोलीन का दाम 130 रुपये लीटर था। पिछले दिनों सरसों तेल का थोक रेट (15 किलो टिन) 2800 रुपये हो गया था, जो बाद में बढ़ गया था। वहीं, वनस्पति घी की कीमत में थोक रेट (15 किलो टिन) में लगभग 100 रुपये में वृद्धि हुई थी। वनस्पति घी का थोक रेट (15 किलो टिन) 1900 रुपये हो गया था।
गल्ला तिलहन व्यापार मंडल अध्यक्ष ने यह कहा
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि बाजार में तेल का स्टाक नहीं है। कंपनियों द्वारा तेल, रिफाइंड और पामोलीन का रेट जितना तय कर दिया जाता है, उसी दाम पर बाजार में बिकता है। सरसों तेल के दाम में मामूली वृद्धि हुई है। हालांकि अन्य सामानों का रेट स्थिर है।