सरसों तेल व रिफाइंड के साथ पामोलीन की थोक कीमत और गिरी, फुटकर दाम भी घटे

इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि अनलाक में कंपनियों द्वारा खाद्य तेलों की कीमतों में कमी करने का असर बाजार पर भी पड़ा है। खाद्य तेलों की कीमतों में अभी और गिरावट होने के आसार हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:25 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:25 AM (IST)
सरसों तेल व रिफाइंड के साथ पामोलीन की थोक कीमत और गिरी, फुटकर दाम भी घटे
खाद्य तेलाें की कीमत इन दिनों कम हो रही है। थोक रेट में कमी से फुटकर दाम भी कम हुए।

प्रयागराज, जेएनएन। महंगाई से त्रस्त प्रयागराज के लोगों के लिए कुछ राहत की बात है। इस महीने खाद्य तेलों की कीमतों में शुरू हुई कमी का सिलसिला जारी है। इस सप्ताह भी खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। इससे सरसों तेल, रिफाइंड के साथ पामोलीन के फुटकर दाम भी घट गए हैं।

होली के बाद खाद्य तेलों का रेट काफी बढ़ गया था

होली के बाद से शुरू हुआ खाद्य तेलों के दाम का सिलसिला कोरोना कर्फ्यू के दौरान चरम पर पहुंच गया था। सरसों तेल का थोक रेट 2700 रुपये 15 किलो टिन, रिफाइंड 2400 रुपये 15 लीटर टिन और पामोलिन का रेट 2300 रुपये 15 किलो टिन तक पहुंच गया था। इससे फुटकर रेट क्रमश: 170-175, 140-145 और 130-135 रुपये तक पहुंच गया था।

अनलाक में कीमत में गिरावट होने लगी

अनलॉक शुरू होते ही खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई। तीन-चार बार में करके रेट कम होते हुए सरसों के तेल का दाम घटकर 2400 रुपये, रिफाइंड 2150 रुपये और पामोलिन 1950 रुपये तक आ गया। इससे फुटकर रेट भी कम होकर क्रमश: 160, 130 और 125 रुपये तक पहुंचा। बता दें कि होली के बाद खाद्य तेलों की कीमतों में करीब 450 से 500 रुपये टिन की वृद्धि हुई थी। होली से पहले वाले रेट पर अभी खाद्य तेल नहीं पहुंचे लेकिन, पहले से दाम काफी कम होने से लोगों को सहूलियत हुई है।

खाद्य तेलाें के अभी और दाम गिरने की उम्‍मीद

इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि अनलाक में कंपनियों द्वारा खाद्य तेलों की कीमतों में कमी करने का असर बाजार पर भी पड़ा है। खाद्य तेलों की कीमतों में अभी और गिरावट होने के आसार हैं।

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