Murder Case Prayagraj: आखिर मासूम बच्चे की जान बख्शने के पीछे क्या है वजह, कोई करीबी है शामिल

देवनारायण के बगल में रहने वाले उनके भाई और दूसरे लोगों को रात में घटना की भनक नहीं लग सकी। बच्चे के रोने और न रोने को लेकर भी विरोधाभासी बयान आ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बच्चे की रोने की आवाज पर परिवार के सदस्य पहुंचे

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:45 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:31 AM (IST)
Murder Case Prayagraj: आखिर मासूम बच्चे की जान बख्शने के पीछे क्या है वजह, कोई करीबी है शामिल
पड़ोस में रहने वाले भाईयों को नहीं लगी भनक, यह भी है पुलिस के जांच का एंगल

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दंपती की हत्या करने वालों ने मासूम दिव्यांश को कोई चोट नहीं पहुंचाई, यह अच्छी बात है। मगर बच्चे को क्यों छोड़ा, इसको लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आमतौर पर खानाबदोश बदमाश परिवार के हर सदस्य को मौत के घाट उतार देते हैं, वह चाहे जवान, बुजुर्ग और बच्चे ही क्यों न हो। लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ है। इस आधार पर माना जा रहा है कि कत्ल में किसी करीबी का हाथ हो सकता है।

न कोई चीख न कोई और आवाज

चौंकाने वाली बात यह है कि देवनारायण के बगल में रहने वाले उनके भाई और दूसरे लोगों को रात में घटना की भनक तक नहीं लग सकी। बच्चे के रोने और न रोने को लेकर भी विरोधाभासी बयान आ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बच्चे की रोने की आवाज पर परिवार के दूसरे सदस्य वहां पहुंचे थे, जबकि कुछ ने उसके सोने की ही बात कही है। इसके साथ ही वह कौन शख्स है, जिसे मकान की चाबी का पता था और दूसरी भौगोलिक जानकारी भी थी। पुलिस अधिकारी भी यह मान रहे हैं कि लूटपाट के इरादे से आने वाले बदमाश मासूम बच्चे को नहीं छोड़ते। जबकि स्मैकिया या फिर घुमंतू प्रजाति के बदमाश भी ऐसा नहीं करते हैं। फिलहाल पुलिस संदिग्ध लोगों को पकड़कर पूछताछ करने के साथ ही कई मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया है।

पांच की हत्या का पर्दाफाश नहीं

इससे पहले सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में जनवरी 2020 में एक ही परिवार के पांच सदस्य की हत्या कर दी गई थी, जिसका पर्दाफाश अब तक नहीं हो सका है। यूसुफपुर में विजय शंकर तिवारी, उनके बेटे सोनू, बहू कामिनी, पोते कान्हा व कुंज की धारदार हथियार से हत्या की गई थी। इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस जांच करने की ही बात कह रही है। इसी तरह यमुनापार में भी एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या का अनावरण अब तक नहीं हो सका है।

ताबड़तोड़ वारदात से जिले में दहशत

एक के बाद एक हत्याकांड से जिले में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। पिछले 40 घंटे में छह लोगों की हत्या की जा चुकी है। करछना में सर्राफ रामराज, मेजा में 21 दिन की बच्ची, कौंधियारा में सोनू यादव और कौंधियारा थाना क्षेत्र में ही आलोक की हत्या का मामला सामने आ चुका है। लगातार बढ़ रहे अपराध से लोगों में डर पैदा होने लगा है।

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