रिव्यू ऑफिसर की परीक्षा में पकड़ा गया मुन्ना भाई जबकि असली अभ्यर्थी फरार, Prayagraj news
फूलपुर के महबुदवा गांव निवासी चंद्रेश कुमार पुत्र कमलेश बहादुर भी इन परीक्षार्थियों में शामिल था। प्रवेश द्वार पर मौजूद चंद्रेश की हरकतों पर शक हुआ तो केंद्र के सुपरवाइजर नीरज कुमार चौबे ने उसे बुलाया और प्रवेश पत्र तथा दूसरे कागजात की जांच की।
प्रयागराज, जेएनएन। हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी (रिव्यू ऑफिसर) पद पर भर्ती के लिए गुरुवार सुबह हुई परीक्षा के दौरान नैनी स्थित केंद्र से एक मुन्ना भाई पकड़ा गया। जिस अभ्यर्थी की जगह वह परीक्षा देने पहुंचा था, वह फरार है। पुलिस जांच कर रही है।
शक होने पर चेक किए कागजात
नैनी थाना क्षेत्र के चक दाउदनगर मोहल्ले में स्थित इलाहाबाद इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड को भी इस परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है। यहां अभ्यर्थियों का आनलाइन कंप्यूटर स्किल टेस्ट था। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी वहां पहुंचे थे। फूलपुर के महबुदवा गांव निवासी चंद्रेश कुमार पुत्र कमलेश बहादुर भी इन परीक्षार्थियों में शामिल था। प्रवेश द्वार पर मौजूद चंद्रेश की हरकतों पर शक हुआ तो केंद्र के सुपरवाइजर नीरज कुमार चौबे ने उसे बुलाया और प्रवेश पत्र तथा दूसरे कागजात की जांच की। पता चला कि चंद्रेश फूलपुर के सराय अब्दुल मलिक गांव निवासी प्रभात कुमार पुत्र यशवंत सिंह की जगह परीक्षा देने पहुंचा था, इस परीक्षा केंद्र में चंद्रेश का नाम नहीं था। खबर पाकर नैनी पुलिस भी मौके पर पहुंची उसे पकड़कर थाने ले आई।
लिखा गया धोखाधड़ी का केस
सुपरवाइजर की तहरीर पर चंद्रेश व प्रभात के विरुद्ध धोखाधड़ी तथा परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह राज्य विश्वविद्यालय में एलएलबी अंतिम वर्ष का छात्र है और बघाड़ा में प्रभात के साथ रहकर पढ़ाई करता था। परीक्षा में पास कराने के लिए प्रभात ने 25 हजार रुपये देने की बात कही थी। इंस्पेक्टर नैनी जितेंद्र सिंह का कहना है कि जल्द ही दूसरे अभियुक्त प्रभात को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।