ODOP के तहत पहले फेज में प्रयागराज के मूंज बैंक को हरी झंडी नहीं मिल सकी
एजेंसी के पदाधिकारियों ने नैनी में मूंज से जुड़े उद्यमियों के साथ दो-तीन दौर की बैठकें करके डायग्नोस्टिक स्टडी रिपोर्ट तैयार करने के बाद करीब सात महीने पहले शासन को भेज दिया था। फिर भी पहले फेज में यहां मूंज बैंक खोलने की स्वीकृति नहीं मिल सकी।
प्रयागराज, जेएनएन। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत नैनी क्षेत्र में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) यानी मूंज बैंक खोला जाना है। पहले फेज में शासन ने प्रयागराज के मूंज बैंक को खोलने के लिए हरी झंडी नहीं दी। हाल में सूबे के 15-16 जिलों में सीएफसी खोलने की स्वीकृति दी है जिसमें पड़ोसी जिले भदोही, मिर्जापुर और वाराणसी भी शामिल हैं।
एजेंसी ने करीब सात महीने पहले शासन को भेजी थी रिपोर्ट
जिले में ओडीओपी के तहत पहले मूंज को शामिल किया गया था। लॉकडाउन के दौरान इसमें फूड प्रोसेसिंग को भी शामिल कर लिया गया। हालांकि, सीएफसी मूंज उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए खोला जाना है। इसके लिए करीब साल भर पहले शासन ने हैदराबाद की एजेंसी 'निम्समे' को चयनित किया था। एजेंसी के पदाधिकारियों ने नैनी में मूंज से जुड़े उद्यमियों के साथ दो-तीन दौर की बैठकें करके डायग्नोस्टिक स्टडी रिपोर्ट तैयार करने के बाद करीब सात महीने पहले शासन को भेज दिया था। फिर भी पहले फेज में यहां मूंज बैंक खोलने की स्वीकृति नहीं मिल सकी।
दूसरे फेज में अब मिलेगी अनुमति
उपायुक्त उद्योग एके चौरसिया ने बताया कि जिन जिलों की प्रक्रिया पहले पूरी हुई थी। उन जिलों में सीएफसी की स्वीकृति पहले फेज में मिल गई। दूसरे फेज में यहां भी अनुमति मिल जाएगी।
मशीन को सरकार देगी पैसा
सीएफसी प्राइवेट संस्था को ही खोलना है। इसके लिए जमीन की व्यवस्था खुद करनी होगी। सरकार सेंटर में केवल मशीनें लगाने के लिए ही पैसा देगी।
जानें क्या होंगे इसके फायदे
उद्यमियों को साल भर मिलेगा मूंज, उन्हें उत्पादों की डिजाइन को इंप्रूव करने में मिलेगी, शोरूम की होगी व्यवस्था जिससे उत्पाद बेचने में होगी सहूलियत।