प्रयागराज के दिलीप मिश्रा से था मुख्तार के शूटर राकेश का कनेक्शन, एसटीएफ को थी तलाश

मुठभेड़ में ढेर मुख्‍तार अंसारी के शूटर राकेश पांडेय की प्रयागराज एसटीएफ और औद्योगिक थाने की पुलिस को तलाश थी। उसका चाका के पूर्व ब्‍लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा से कनेक्‍शन था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:37 AM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 08:37 AM (IST)
प्रयागराज के दिलीप मिश्रा से था मुख्तार के शूटर राकेश का कनेक्शन, एसटीएफ को थी तलाश
प्रयागराज के दिलीप मिश्रा से था मुख्तार के शूटर राकेश का कनेक्शन, एसटीएफ को थी तलाश

प्रयागराज, जेएनएन। लखनऊ में मुठभेड़ में मारे गए मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर राकेश उर्फ हनुमान पांडेय का कनेक्शन जिले में चाका विकास खंड के पूर्व प्रमुख दिलीप मिश्रा से भी था। राकेश ने ही खान मुबारक गैंग के शूटर नीरज उर्फ अखंड को दिलीप से मिलवाया था। इसके बाद पूर्व ब्लाक प्रमुख ने नीरज को अपने कॉलेज में पनाह दी और उसे सपा नेता समेत दो लोगों की हत्या की सुपारी दे डाली थी।

पुलिस ने कहा-विवेचना के दौरान राकेश पांडेय का नाम सामने आया था

औद्योगिक क्षेत्र थाने की पुलिस का दावा है कि मुकदमे की विवेचना के दौरान मऊ निवासी राकेश पांडेय का नाम प्रकाश में आया था। दिलीप मिश्रा से पूछताछ में पता चला था कि सुल्तानपुर निवासी एक लाख रुपये इनामी शूटर नीरज ने गिरफ्तारी से बचने के लिए राकेश से संपर्क किया था। दिलीप और राकेश के बीच बातचीत के बाद नीरज के लिए मुफीद जगह तलाशी गई।

शूटर नीरज, दिलीप व उसका बेटा हिरासत में आया पर राकेश फरार था

नीरज करीब पांच माह तक दिलीप मिश्रा के लवायन कला गांव स्थित कॉलेज में नाम बदलकर रह रहा था। उसे 22 मई 2020 को दिलीप मिश्र के बेटे के साथ दबोचा गया। पुलिस ने दिलीप मिश्रा और उसके गुर्गे बर्खास्त सिपाही समेत सात अन्य लोगों को पकड़कर जेल भेजा, लेकिन राकेश पांडेय गिरफ्त में नहीं आया। तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने राकेश को पकडऩे के लिए टीम को मऊ भेजने का निर्देश दिया था, हालांकि टीम वहां नहीं जा सकी। 

बोले, औद्योगिक क्षेत्र थाने के इंस्‍पेक्‍टर

औद्योगिक क्षेत्र थाने के इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह बताते हैं कि राकेश पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। थाने के अलावा स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) भी तलाश में लगी थी।

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