Motilal Nehru National Institute of Technology : हॉस्टल में चाय और पकौड़े से नहीं काढ़ा से होगी सुबह की शुरुआत
कोरोना के चलते एमएनएनआइटी के हॉस्टल तकरीबन 11 महीने से बंद हैं। अब हॉस्टलों को खोलने की कवायद शुरू कर दी गई है। कोरोना से पहले हॉस्टलों में छात्र-छात्राओं को चाय ब्रेड पकौड़ा आदि दिए जाते थे। संस्थान ने मेन्यू में बदलाव करते हुए इसमें काढ़ा शामिल कर दिया है।
प्रयागराज,जेएनएन। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) मार्च के पहले सप्ताह से पीएचडी और एमटेक के छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल खोलने की तैयारी में है। कोरोनाकाल में हॉस्टल खुलने से पहले मेन्यू में भी अहम बदलाव किए जा रहे हैं। अब हॉस्टलर्स की सुबह चाय और पकौड़े की जगह काढ़ा से होगी। जिससे वह संक्रमण के दायरे में नहीं आ सकें।
11 महीने बाद खुलेंगे बंद हॉस्टल
कोरोना के चलते एमएनएनआइटी के हॉस्टल तकरीबन 11 महीने से बंद हैं। अब हॉस्टलों को खोलने की कवायद शुरू कर दी गई है। कोरोना से पहले हॉस्टलों में छात्र-छात्राओं को चाय, ब्रेड, पकौड़ा आदि दिए जाते थे। संस्थान ने मेन्यू में बदलाव करते हुए इसमें काढ़ा शामिल कर दिया है। यह काढ़ा मेस में ही तैयार किया जाएगा। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही हॉस्टलों के अधीक्षकों के साथ बैठक के बाद सर्वसम्मति से चार्ट तैयार किया जाएगा। फिर मेस में यह चार्ट भेज दिया जाएगा। प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थ ही मेस से तैयार होकर छात्रों को परोसे जाएंगे। एमएनएनआइटी के निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि मार्च में हॉस्टल खोलने की तैयारी है। सुबह अब चाय की जगह मेस से काढ़ा छात्र-छात्राओं को दिया जाएगा। इसकी तैयारी चल रही है। बैठक के बाद इस पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
हॉस्टल में सैनिटाइजर की होगी व्यवस्था
हॉस्टल में संस्थान की तरफ से सैनिटाइजर की व्यवस्था भी कराई जाएगी। पूर्व में संस्थान ने खुद ही सैनिटाइजर तैयार किया था। प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि फिलहाल कोरोना संक्रमण दर में अब गिरावट दर्ज की गई है। फिर भी ऐहतियातन यह व्यवस्था की जाएगी। साथ ही छात्रों के लिए मॉस्क भी हॉस्टल में उपलब्ध कराए जा सकते हैं।