MNNIT: बीटेक आइटी के बाद एमटेक साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में भी एडमीशन किया गया बंद
संस्थान ने इस वर्ष भी एक पाठ्यक्रम बंद करने का निर्णय लिया है। अगले सत्र यानी 2022-23 से एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 2005 से संचालित इस ब्रांच में दाखिला लेने वाले टेक्नोक्रेट्स को एमटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस में दाखिला दिया जाएगा
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) ने पिछले साल बीटेक इन इनफारमेशन टेक्नोलाजी (आईटी) में प्रवेश बंद करने के बाद अब एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में भी प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। अगले शैक्षणिक सत्र 2022-23 से एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की जगह एमटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस में प्रवेश दिया जाएगा। बोर्ड आफ गवर्नर (बीओजी) की बैठक में सर्वसम्मति से इस फैसले पर मुहर लग गई है।
प्लेसमेंंट में गिरावट से एमटेक साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में प्रवेश ठप
एमएनएनआईटी में सत्र 2003-04 से बीटेक इन आइटी पाठ्यक्रम का संचालन कंप्यूटर साइंस (सीएस) के साथ किया जा रहा था। आइटी में 110 और सीएस में 180 सीटें थीं। 21 मार्च 2020 को संस्थान ने बीटेक इन आइटी को सीएस में मिला दिया था। उस वक्त यह निर्णय लिया गया था कि नए सत्र 2021-22 से भावी टेक्नोक्रेट्स कसे आइटी की जगह सीएस में दाखिला दिया जाएगा। नए सत्र 2021-22 में यह व्यवस्था लागू कर दी गई। अब संस्थान ने इस वर्ष भी एक पाठ्यक्रम बंद करने का निर्णय लिया है। अगले सत्र यानी 2022-23 से एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 2005 से संचालित इस ब्रांच में दाखिला लेने वाले भावी टेक्नोक्रेट्स को अब एमटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस में दाखिला दिया जाएगा। इसमें छात्रों को कंप्यूटर साइंस के साथ गणित, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस को पढ़ने को अवसर मिलेगा। इस पाठ्यक्रम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि छात्रों को इसमें विजुअल कंप्यूटिंग, सोशियो डिजीटल रियल्टीज, भाषा तकनीक, रोबोटिक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे विषयों में महारत हासिल करने का अवसर मिलेगा। बीओजी की बैठक में सर्वसम्मति से इस फैसले पर मुहर भी लग गई है। अब सीनेट से हरी झंडी मिलने के बाद अगले सत्र में इस व्यवस्था को भी लागू कर दिया जाएगाा।
प्लेसमेंट में गिरावट और बाजार की मांग
बाजार में अब कंप्यूटर साइंस से बीटेक की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं की मांग ज्यादा है। कैंपस प्लेसमेंट में भी पहले की अपेक्षा आइटी ब्रांच के छात्रों का चयन कम हो रहा है। कमोबेश यही स्थिति एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की है। अब एमटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस की ज्यादा मांग है। अधिकांश तकनीकी संस्थानों में इस पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में एमएनएनआइटी ने भी यह निर्णय लिया है।
क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
सरलतम शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है। इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिसमें कंप्यूटर सोच सके। कंप्यूटर का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके। आसान शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस वो तकनीक है, जिसके तहत रोबोट्स किसी भी हालात में इंसानों की तरह सोच सकें और उसके मुताबिक निर्णय ले सकें। गौर करने वाली बात ये है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में अब वैसी मशीनें शामिल नहीं की जाती, जो कैमरे से देखकर सिचुएशन को एनालाइज कर सकें। बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में इससे भी एडवांस तकनीक शामिल की जाती है। जो किसी की भाषा को समझ सकें। निर्णय ले सकें और अपने इमोशन शेयर कर पाएं।
रजिस्ट्रार ने यह बताया
पिछले साल बीटेक इन आइटी को सीएस ब्रांच में मिलाने का निर्णय लिया गया था। नए सत्र में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब संस्थान ने एमटेक इन साफ्टवेयर इंजीनियरिंग भी बंद करने का निर्णय लिया है। सत्र 2020-23 से इसकी जगह एमटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस में प्रवेश दिया जाएगा।
- डाक्टर सर्वेश कुमार तिवारी, रजिस्ट्रार, एमएनएनआइटी।