कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ बाले-अभी व्यवस्थित निर्माण कराएं तो नहीं चलाना पड़ेगा ध्वस्तीकरण अभियान

कैबिनेट मंत्री ने कहा यदि क्षेत्र में अव्यवस्थित ढंग से निर्माण कार्य होंगे तो निश्चित रूप से पांच से दस साल में सड़क चौड़ीकरण के दौरान ध्वस्तीकरण अभियान चलाना पड़ेगा। उस समय हमें भी दुख होगा और आप की भी मुश्किल बढ़ेगी। तब कौन जन प्रतिनिधि होगा मुझे पता नहीं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 02:08 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 02:08 PM (IST)
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ बाले-अभी व्यवस्थित निर्माण कराएं तो नहीं चलाना पड़ेगा ध्वस्तीकरण अभियान
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इन दिनों प्रयागराज प्रवास पर हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। सड़क और नालियों के साथ लोग अपने घरों व दुकानों का व्यवस्थित ढंग से निर्माण कराएं। यदि अभी सब कुछ व्यवस्थित होगा तो आने वाले दिनों में ध्वस्तीकरण अभियान नहीं चलाना पड़ेगा। इस दिशा में अधिकारियों को भी सक्रिय रहते हुए प्रयास करना होगा। यह बातें भगवतपुर में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने लोगों से कहीं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र को विकास से जोडऩे के लिए सभी को प्रयास करना होगा।

कैबिनेट मंत्री बोले, 2022 में भी आएंगे आप के सामने

कैबिनेट मंत्री ने कहा यदि क्षेत्र में अव्यवस्थित ढंग से निर्माण कार्य होंगे तो निश्चित रूप से पांच से दस साल में सड़क चौड़ीकरण के दौरान ध्वस्तीकरण अभियान चलाना पड़ेगा। उस समय हमें भी दुख होगा और आप की भी मुश्किल बढ़ेगी। तब कौन जन प्रतिनिधि होगा मुझे पता नहीं। इतना जरूर है कि 2022 में भी मैं आप के सामने आऊंगा। फैसला आप को करना होगा।

नक्शे के अनुसार करें दुकान, मकान का निर्माण

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने शहर पश्चिमी के लोगों को हिदायत दी कि वे अपने मकान, दुकान, रेस्टोरेंट, मॉल आदि का निर्माण नक्शे के अनुसार व्यवस्थित ढंग से मानक के अनुसार करें। इससे क्षेत्र व्यवस्थित नजर आएगा और आप भी स्मार्ट शहरी या ग्रामीण बन सकेंगे।

जल्द होगा ऊन प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शहर पश्चिमी के लोगों से कहा कि यदि आप व्यापार करना चाहते हैं तो उपायुक्त उद्योग प्रयागराज से मिलें। हलवाई, लोहारी, सोनारी, नाई, राजमिस्त्री, सिलाई, अगरबत्ती बनाने व फूड प्रोसेसिंग आदि का प्रशिक्षण लें। इसके लिए आप को लोन भी मिल सकता है। सभी सरकारी अधिकारी इसमें आप की मदद करेंगे। पाल समुदाय के लोग भेड़ पालन करते हैं। उनकी आजीविका के लिए ढाई करोड़ रुपये से जल्द ही ऊन प्रोसेसिंग यूनिट शहर पश्चिमी में स्थापित होने जा रही है। यहां तैयार होने वाले कंबल खादी ग्रामोद्योग बोर्ड खरीदेगा।

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