Midday Meal Conversion Cost : ...तो इस कारण बच्चों तक नहीं पहुंच सकी है कन्‍वर्जन की राशि, विभाग का अलग है दावा

Midday Meal Conversion Cost 23 मार्च से 30 जून तक के मिडडे मील की कन्वर्जन कास्ट बच्चों के खातों में भेजने का शासन ने निर्देश दिया था। हालांकि अभी तक बच्‍चों तक नहीं पहुंची है। वहीं विभाग का दावा है कि 80 फीसद विद्यार्थियों को कन्वर्जन कास्ट मिल चुकी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 09:12 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 01:24 PM (IST)
Midday Meal Conversion Cost : ...तो इस कारण बच्चों तक नहीं पहुंच सकी है कन्‍वर्जन की राशि, विभाग का अलग है दावा
मिडडे मील की कन्‍वर्जर कास्‍ट प्रयागराज में बच्‍चों को नहीं मिली है।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस का हर ओर संक्रमण फैला है। ऐसे में स्‍कूल और कॉलेज भी बंद हैं। वहीं शासन ने हर हाल में कन्‍वर्जन कास्‍ट को बच्‍चों के खातों तक पहुंचाने का निर्देश अधिकारियों को दे रखा है। शासन ने 23 मार्च से 30 जून तक के मिडडे मील की कन्वर्जन कास्ट बच्चों के खाते में भेजने का निर्देश दिया था। इसके लिए बजट भी दिया गया फिर भी राशि अभी नहीं पहुंची है। इसकी वजह हैं कुछ जगहों पर बैंकों की मनमानी तो कहीं अभिभावकों के खाते उपलब्ध नहीं होना। वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि करीब 80 फीसद विद्यार्थियों को कन्वर्जन कास्ट मिल चुका है।

उप्र जूनियर हाईस्‍कूल शिक्षक संघ के नेता ने यह कहा

इस संबंध में पूर्व माध्यमिक विद्यालय फाफामऊ की इंचार्ज प्रधानाध्यापक का कहना है कि उन्होंने बच्चों के एकाउंट का विवरण बैंक में उपलब्ध करा दिया। इसके बाद भी बैंक की हीलाहवाली के चलते रुपये हस्तांतरित नहीं हो पाए। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के नेता ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि कई बार बच्चों के बैंक के विवरण नहीं मिल पा रहे हैं। कुछ जगहों पर मिल भी गए तो आधार कार्ड से या फिर मोबाइल नंबर आदि का मिलान नहीं हो पा रहा है, जिससे कठिनाई हो रही है।

यह भी जानें

76 दिन की कन्वर्जन कास्ट लॉकडाउन के कारण शासन ने भेजी अब तक

80 फीसद विद्यार्थियों तक पहुंच चुकी कन्वर्जन कास्ट, विभाग का दावा।

जुलाई, अगस्त, सितंबर की राशि भी भेजने की तैयारी

मिडडे मील के समन्वयक सुनीत पांडेय ने बताया कि लॉकडाउन के कारण शासन ने 76 दिन का कन्वर्जन कास्ट अब तक भेजी है। उसे सभी स्कूल विद्यार्थियों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। जुलाई, अगस्त और सितंबर के लिए भी शासन ने विद्यार्थियों की संख्या मांगी है। जल्द ही उसे भेज दिया जाएगा। उसके बाद धन मिलने पर विद्यार्थियों तक पहुंचाया जाएगा।

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