उप्र प्रधानाचार्य परिषद का सदस्यता अभियान तेज, पदाधिकारी समस्‍याओं से हो रहे रूबरू

उप्र प्रधानाचार्य परिषद की जनपदीय इकाई के जिलाध्यक्ष प्रधानाचार्यों से क्‍लर्क चपरासी शिक्षक या किसी अन्य अनाधिकृत व्यक्ति को सदस्यता नहीं देने को कहा है। फर्जी लोगों के बहकावे में न आएं। पता चला है शिक्षक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी भ्रम फैलाकर प्रधानाचार्य परिषद की सदस्यता ले ले रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 08:43 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 08:43 AM (IST)
उप्र प्रधानाचार्य परिषद का सदस्यता अभियान तेज, पदाधिकारी समस्‍याओं से हो रहे रूबरू
उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद की जनपदीय इकाई की ओर से इन दिनों सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद की जनपदीय इकाई ने सदस्यता अभियान तेज कर दिया है। परिषद के जिलाध्यक्ष एसपी तिवारी ने बताया कि जिला कार्यकारिणी की टीम जिसमें जिलामंत्री राजकुमार मिश्रा, जिलाकोषाध्यक्ष दीपक पांडेय, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय, सुषमा त्रिपाठी सहित सभी तहसील प्रभारी जनपद के माध्यमिक विद्यालयों का दौरा कर रहे हैं और सदस्य बना रहे हैं। भ्रमण के दौरान प्रधानाचार्यों की समस्याओं से भी अवगत हो रहे हैं। कोशिश की जा रही है कि सभी समस्याओं का समाधान किया जाए।

आवश्यकता के अनुसार उच्चाधिकािरयों को भी उन समस्याओं से अवगत कराया जा रहा है।

जिलाध्‍यक्ष बोले- 50 विद्यालयों का हो चुका है दौरा

जिलाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक सीएवी इंटर कालेज, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज, जमुना क्रिस्चियन इंटर कॉलेज, रमादेवी गर्ल्स इंटर कालेज, डीपी गर्ल्स इंटर कालेज, हिंदू महिला गर्ल्स इंटर कालेज, प्रयाग महिला गर्ल्स इंटर कालेज, महिला ग्राम इंटर कालेज, हनुमान इंटर कालेज लाहरपुर, किसान इंटर कालेज सरपतीपुर, महर्षि दुर्वासा इंटर कालेज ककरा दुबावल, के एन काटजू इंटर कालेज, ईस्वर शरण बालिका इंटर कालेज, हमीदिया गर्ल्स इंटर कालेज, पंडित जवाहरलाल इंटर कालेज भूपतपुर सहित 50 से अधिक विद्यालयों का दौरा किया जा चुका है। जिलाध्यक्ष एसपी तिवारी ने कहा कि उन्हें जनपद के सभी प्रधानाचार्यों का सहयोग मिल रहा है।

लिपिक व अनुचर को नहीं मिलेगी सदस्यता

जिलाध्यक्ष एसपी तिवारी ने सभी प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया है कि वे किसी बाबू, चपरासी, शिक्षक या किसी अन्य अनाधिकृत व्यक्ति को सदस्यता नहीं देंगें। फर्जी लोगों के बहकावे में न आएं। जानकारी मिली है कि शिक्षक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी भी भ्रम फैलाकर प्रधानाचार्य परिषद की सदस्यता ले ले रहे हैं। फर्जी रसीद काट रहे हैं। आप परिषद के अधिकृत पदाधिकारियों से ही फार्म लेकर भरेंगें और सदस्यता शुल्क देंगें। प्रधानाचार्य परिषद आपके अधिकारों की लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है।

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