Google: गूगल के बग हंटर Hall of Fame से फेमस हुए प्रयागराज के मयंक मिश्रा

सोरांव के मेधावी मयंक मिश्रा ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त की है। विश्व के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल में कमी खोजने पर उन्हें गूगल के बग हंटर हॉल ऑफ फेम में जगह दी गई है। उनकी इस उपलब्धि को खासा सराहा जा रहा है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 12:13 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:23 PM (IST)
Google: गूगल के बग हंटर Hall of Fame से फेमस हुए प्रयागराज के मयंक मिश्रा
सोरांव क्षेत्र के मेधावी मयंक मिश्रा ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त की है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जबसे इंटरनेट पर सतर्क रहने और कोई भी ट्रांजेक्शन करते वक्त सावधान रहने के मैसेज जारी होने लगे हैं तो लोग अलर्ट रहने लगे हैं लेकिन साइबर क्रिमिनल और हैकर बाज नहीं आते। इसकी वजह है हर सिस्टम में कोई न कोई खामी जिसका फायदा ये साइबर क्राइम करने वाले लोग और हैकर उठाते रहते हैं। यहां तक नंबर एक सर्च इंजन गूगल में भी खामी मिली है। प्रयागराज में सोरांव क्षेत्र के मयंक मिश्रा ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त की है। विश्व के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल में कमी खोजने पर उन्हें गूगल के बग हंटर हॉल ऑफ फेम में जगह दी गई है। उनकी इस उपलब्धि को खासा सराहा जा रहा है। परिवार के लोग और मित्र भी बेहद खुश हैं। मयंक की इस उपलब्धि से और भी युवा प्रोत्साहित हो सकेंगे।

खामी खोजने पर मिलता है पुरस्कार

इस बारे में बताते चलें कि अंतराष्ट्रीय टेक्निकल कंपनियां बाउंटी प्रोग्राम का आयोजन करती रहती हैं। ऐसे में अगर किसी सर्च इंजन या प्रोग्राम में खामी की रिपोर्ट यूजर्स कंपनी को सब्मिट करते हैं और वो खामी वास्तव में पाई जाती है तो यूजर्स को इनाम दिया जाता है। मयंक ने बताया कि अब तक उन्हें गूगल, चाइनीज टेलीकॉम कंपनी हुआवै, लेनेवो, अंतराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफ्लेक्ट्रा के हॉल ऑफ फेम में जगह मिल चुकी है। उन्होंने इसी वर्ष बीटेक आईटी की पढ़ाई पूरी की है। जब वह बीटेक द्वितीय वर्ष में थे तभी साइबर सिक्योरिटी में रुचि हो गई थी।

टेक्रनोक्रेट के लिए आदर्श बने मयंक

मयंक बहुत बारीकी से चीजों को देखते और समझते थे। अब उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से प्रोत्साहन पत्र मिल चुका है। वह बग हंटिंग जारी रखेंगे। ऐसा इसलिए कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस विषय में जागरूक करने के साथ जानकारी भी दे सकेंगे। अपने इस कार्य से वह साइबर इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा सकेंगे। मयंक की इस प्रतिभा ने जनपद वासियों को भी गौरव की अनूभूति दी है। उनकी इस ख्याति का लाभ जनपद के नवोदित टेक्रनोक्रेट को भी मिलेगा जो इससे सीख लेकर आगे अपनी कार्यक्षमता को उस स्तर पर ले जा सकेंगे जहां उनका नाम देश  ही नहीं विदेश में भी ख्यात होगा

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