प्रयागराज का मऊआइमा पावर लूम उद्योग मंदी का दंश झेल रहा, प्रतिस्‍पर्धा के युग में वजूद बचाने की कवायद

अब प्रयागराज में मऊआइमा के बुनकर हाईटेक पावर लूम मशीन लगाने का मन बना रहा है। यदि पुराने पावर लूम मशीनों के स्थान पर नए टेक्नोलाजी की मशीनें लगने के बाद उम्दा क्वालिटी के कपड़ों के उत्पादन से इस कारोबार के वजूद पर आया संकट टल सकता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 03:04 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 03:04 PM (IST)
प्रयागराज का मऊआइमा पावर लूम उद्योग मंदी का दंश झेल रहा, प्रतिस्‍पर्धा के युग में वजूद बचाने की कवायद
मऊआइमा में चलने वाला पावरलूम पुरानी टेक्नोलाजी पर आधारित है।

प्रयागराज, [सईद अहमद अंसारी]। तकनीकी सुविधाओं के अभाव एवं पुराने पैटर्न पर चलने वाला प्रयागराज में मऊआइमा का पावरलूम उद्योग प्रतिस्पर्धा के इस युग में पिछड़ता जा रहा है। जब यहां का बुनकर बिजली के झटके से उबरने के लिए अन्य प्रांतों की तरह न्यू टेक्नोलाजी युक्त हाई स्पीड चलने वाली पावर लूम मशीनें लगाने का मूड बना रहे हैं। इससे यहां भी अधिक उत्पादन व महंगे दाम के कपड़ों का निर्माण कर अपने मिटते वजूद को बचा सकें। फिलहाल मऊआइमा का पावरलूम व्यवसाय बिजली की अघोषित कटौती व धागे की कीमतों में आये व्यापक उछाल व तैयार कपड़ों की बिक्री न होने से मंदी का दंश झेलने को मजबूर हैं।

मऊआइमा में दशकों से पावर लूम पर बनाया जाता रहा है कपड़ा

जनपद के मऊआइमा कस्बे में कई दशकों से पावर लूम पर कपड़ा बनाने का कार्य चल रहा है। पुराने टेक्नोलाजी के पावर लूम मशीन होने के चलते इन मशीनों पर सस्ते दामों के कपड़ों का ही उत्पादन होता है। वहीं यहां की अपेक्षा गुजरात के सूरत अहमदाबाद उमरगांव वापी तथा महाराष्ट्र के भिवंडी नासिक धूलिया मालेगाव आदि शहरों में स्थापित पावर लूम मशीन नए टेक्नोलाजी की इन मशीनों पर उच्च किस्म के कपड़ों का उत्पादन किया जाता है। गैर प्रांतों में लगी वाटर जेट, एयर जेट, रेपियर आदि महंगे किस्म की मशीनों की स्पीड भी यहां लगी मशीनों की अपेक्षा कई गुना अधिक होने से कपड़ों का उत्पादन भी अधिक होता है। इसके चलते इन मशीनों पर तैयार कपड़े हाथों-हाथ आसानी से बिक जाते हैं।

हाईटेक पावर लूम मशीन लगाने का मन बना रहे बुनकर

बिजली की अघोषित कटौती व धागे की कीमतों में व्यापक बढ़ोतरी के चलते अब मऊआइमा के बुनकर हाईटेक पावर लूम मशीन लगाने का मन बना रहा है। लोगों का मानना है कि यदि पुराने पावर लूम मशीनों के स्थान पर नए टेक्नोलाजी की मशीनें लगने के बाद उम्दा क्वालिटी के कपड़ों के उत्पादन से इस कारोबार के वजूद पर आया संकट टल जाएगा। साथ ही बुनकरों की खराब आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो जाएगा।

बुनकरों को सरकार दे आर्थिक सहयोग

मऊआइमा पावरलूम बुनकरों एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद शोएब अंसारी का कहना है कि यदि प्रदेश सरकार गुजरात महाराष्ट्र तमिलनाडु प्रांत की सरकारों की तरह हाई टेक्नोलाजी की 10 से 40 लाख रुपये कीमत वाले वाटर जेट एयर जेट पावर लूम मशीन संचालन के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान करे तो यहां के बुनकर उपरोक्त उच्चीकृत मशीनें लगाकर बिजली के बिल का भुगतान आसानी से कर सकते हैं।

पैतृक कारोबार को कैसे छोड़ दें बुनकर

बुनकर नेता मोहम्मद सलीम अंसारी कहते हैं कि सरकार बुनकरों के हित में कारगर कदम उठाए। क्योंकि पैतृक कारोबार होने के चलते बुनकर समुदाय इसे छोड़ना भी नहीं चाहता। धागे की कीमतों में अनियमित बढ़ोतरी पर भी अंकुश लगना चाहिए।

बंद हो चीन उत्पादित कपड़ों की बिक्री

बुनकर व्यवसायी हाजी मोहम्मद वासिक का कहना है कि चीन उत्पादित कपड़ों की भारतीय मंडी में बिक्री पर यदि अंकुश लगा दिया जाए तो स्वदेशी कपड़ों की मांग और कीमतों में भी इजाफा हो सकता है।

धागों की अनियमित कीमतों पर लगे लगाम

बुनकर व्यवसायी मोहम्मद रशीद का कहना है कि पावरलूम कारोबार में के उतार चढ़ाव का सबसे बड़ा कारण धागों की कीमतों में अनियमित बढ़ोतरी है,सरकार को इस पर अंकुश लगाए जाने की जरूरत है।

chat bot
आपका साथी