राहत की बात, अब AADHAR कार्ड बनवाने और संशोधन के लिए ग्रामीणों को नहीं जाना पड़ेगा डाकघर
अभी तक गांव के लोगों को आधार कार्ड बनवाने या फिर उसमें संशोधन कराने के लिए घंटों सफर करके व किराया खर्च करके काम कराने बैंक व डाकघरों में जाना पड़ता था। हालांकि अब उनको गांव में ही सारी सुविधाएं मिलने लगी हैं। इससे उनका समय भी बच रहा है।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। अब गांव के लोगों को आधार कार्ड बनवाने के लिए डाकघर व प्रधान डाकघर में नहीं जाना पड़ेगा। वे गांव के ही शाखा डाकघरों में आधार कार्ड बनवा सकते हैं। इसके अलावा वह बने आधार कार्ड में नाम, जन्मतिथि व पते का भी संशोधन करा सकते हैं।। अभी तक उनको इसके लिए प्रधान डाकघर, उप डाकघर व बैंकों में जाना पड़ता था, लेकिन अब नहीं पड़ेगा। डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवकों को लेन देन करने आदि के लिए डिवाइस दे दिया है। इसके जरिए वह कामकाज निपटाने लगे हैं।
प्रतापगढ़ शहर स्थित प्रधान डाकघर के अलावा जिले में 44 उप डाकघर व 314 ग्रामीण डाकघर हैं। डाक विभाग गांवों में खुले ग्रामीण डाकघरों को डिजिटल बनाते हुए तरह-तरह की सुविधा प्रदान कर रहा है। एक ओर जहां इन डाकघरों में गांव के लोग आरडी जमा, सुकन्या समृद्धि योजना आदि का पैसा जमा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जीडीएस के जरिए वह आधार कार्ड भी बनवा सकते हैं। हालांकि पहले फेज में अभी तक केवल 130 डाकघरों में ही यह सुविधा मिल रही है। दूसरे फेज में बाकी के बचे डाकघरों में भी यह सुविधा ग्रामीणों को मिलने लगेगी। ग्रामीण डाक सेवकों को विभाग से मिले डिवाइस से आधार कार्ड में नाम, पता आदि को बदलवा सकते हैं। चाहें तो नया आधार कार्ड भी बनवाएं। डाक विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क ही देना होगा। प्रवर डाक अधीक्षक नरसिंह ने बताया कि 130 ग्रामीण शाखा डाकघरों में लोग नया आधार कार्ड बनवाने के साथ संशोधन आदि करा सकते हैं। इससे लोगों को काफी सहूलियत मिल रही है।
समय व किराए की हो रही बचत
अभी तक गांव के लोगों को आधार कार्ड बनवाने या फिर उसमें संशोधन कराने के लिए घंटों सफर करके व किराया खर्च करके काम कराने बैंक व डाकघरों में जाना पड़ता था। हालांकि अब उनको गांव में ही सारी सुविधाएं मिलने लगी हैं। इससे उनका समय भी बच रहा है। पल भर में काम भी हो जा रहा है।