Health News: मास्क ने कोरोना के साथ टीबी पर भी किया कंट्रोल, 15 फीसद घटे प्रयागराज में मरीज
आपको यह जानकार ताज्जुब होगा कि मास्क बड़े ही काम का है। इससे टीबी रोग फैलने में जबर्दस्त गिरावट आई है। महज एक साल में ही 15 फीसद रोगी कम मिले हैं। और भी संक्रामक बीमारियां इससे सिकुड़ी हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। मास्क को कोई मजबूरी समझकर लगा रहा है तो कुछ लोग इस प्रतीक्षा में हैं कि जल्दी से जल्दी टीकाकरण पूरा हो जाए और मास्क को अलविदा कह दें। लेकिन आपको यह जानकार ताज्जुब होगा कि मास्क बड़े ही काम का है। इससे टीबी रोग फैलने में जबर्दस्त गिरावट आई है। महज एक साल में ही 15 फीसद रोगी कम मिले हैं। और भी संक्रामक बीमारियां इससे सिकुड़ी हैं। डाक्टर भी मान रहे हैं कि मास्क संक्रामक रोगों की रोकथाम में कारगर है।
खास बात
8575 रोगी गांव में बाकी शहर में
11649 रोगी मिले थे 2020 में
11,235 ने कराया था 2020 में इलाज
334 ने 2020 में नहीं कराया इलाज
52 लोगों की 2020 में हो गई थी मौत
5,027 रोगी मिले 2021 में अब तक
4,732 का 2021 में हो रहा उपचार
15 लोगों में संक्रमण फैलाता एक रोगी
31 ट्रीटमेंट यूनिट हैं पूरे जिले में
46 टीबी जांच केंद्र हैं प्रयागराज में
6 माह तक दवा खाने से मिलती है टीबी से निजात
500 रुपये हर माह मिलता है अस्पताल आने-जाने का खर्च
6 माह में कम मिलने के पीछे अहम वजह मास्क
कोई भी अंग हो सकता शिकार
डाक्टर कहते हैं कि ट्यूबर कुलैसिस नाखून और बाल के अलावा शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है। सबसे खतरनाक फेफड़े का टीबी होता है। इसकी गंभीरता से जान तक चली जाती है।
जान लें टीबी के छह लक्षण
दो सप्ताह से ज्यादा समय से आ रही हो खांसी, शाम को अक्सर बुखार आए, वजन में लगातार कमी हो रही हो, बलगम के साथ खून निकलेे, रात में पसीना ज्यादा निकलेे, भूख लगातार कम हो जाए
एमडीआर बढ़ाता है खतरा
एमडीआर यानी मल्टी ड्रग रजिस्टेंस खतरा बढ़ाता है। यह तभी होता है जब छह माह के दवा के कोर्स में लापरवाही हो। एमडीआर से भी ठीक होने की दवाएं हैं जिसका कोर्स अलग है। जान भी जा सकती है।
वर्षवार एमडीआर रोगियों की संख्या
2019 में 519
2020 में 437
2021 जून में 177
मुंह व नाक पर मास्क लगाए रहने से विभिन्न बीमारियों के हवा में फैलते कीटाणुओं या अन्य संक्रमण से बचत रहती है। इस बेहतर परिणाम को देखते हुए सभी को मास्क अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए।
डा. एके तिवारी, जिला क्षय रोग अधिकारी।