Martyred Soldier के अंतिम दर्शन को प्रतापगढ़ में उमड़े लोग, हिमाचल में भूस्खलन में हुए थे शहीद

प्रतापगढ़ के पूरे भैया गांव निवासी शहीद सिपाही रीतेश कुमार पाल के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सेना के जवानाें ने कांधा दिया। शहीद के परिवार के सदस्‍य भी नम आंखों से अंतिम विदाई दी। हिमाचल प्रदेश के मनाली में भूस्खलन में शहीद हुए थे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:16 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 02:44 PM (IST)
Martyred Soldier के अंतिम दर्शन को प्रतापगढ़ में उमड़े लोग, हिमाचल में भूस्खलन में हुए थे शहीद
जवान रीतेश कुमार पाल को नम आंखों से श्रद्धांजलि देते प्रतापगढ़ के लोग।

प्रयागराज, जेएनएन। हिमांचल प्रदेश के मनाली में भूस्खलन के दौरान शहीद हुए बेल्हा के लाल रीतेश कुमार पाल (32) के अंतिम दर्शन करने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बारिश में भीगते हुए लाेगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। शहीद रीतेश की पत्‍नी व बेटे स‍मेत परिवार के अन्‍य सदस्‍यों ने रुंधे गले से अंतिम विदाई दी। सेना के जवानों ने कांधा दिया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने भी शहीद सिपाही का नमन किया।

सम्‍मान के साथ निकाली गई अंतिम यात्रा

शहीद रीतेश का पार्थिव शरीर शनिवार की देर रात प्रतापगढ़ लाया गया। अंतिम संस्कार रविवार को पैतृक गांव में पूरे सम्‍मान के साथ किया जाएगा। सुबह जवान की अंतिम यात्रा निकाली गई। अंतिम दर्शन के लिए उनके पैतृक गांव पूरे भैया में लोगों का जमावड़ा लगा रहा। गांव को जाने वाली सड़क की पटरियों को जहां साफ किया गया है, वहीं उनके दाह संस्कार के लिए तैयार किए जा रहे स्थल का जेसीबी से समतलीकरण कराया गया है।

शनिवार की रात में प्रतापगढ़ लाया गया पार्थिव शरीर

पूरे भैया गांव निवासी मूलचंद्र पाल किसान का बड़ा बेटा रीतेश कुमार पाल 168 इंजीनियरिंग रेजीमेंट में नायक पद पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी इन दिनों हिमाचल प्रदेश के मनाली में थी। सैन्य अधिकारियों के अनुसार गुरुवार की दोपहर भूस्खलन के दौरान वह देश के लिए शहीद हो गए थे। माटी के लाल रीतेश के बलिदान होने की जैसी ही सूचना इलाके में फैली लोग शुक्रवार से ही उनके घर पहुंच कर अपनी शोक संवेदना प्रकट करने लगे। वहीं शनिवार की रात करीब नौ बजे सैन्य अधिकारी शहीद का पार्थिव शरीर लेकर प्रतापगढ़ पहुंचे।

अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़

जवान के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम हाउस के फ्रीजर में रखवा दिया गया। इस मौके पर सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्यों की सहमति से यह प्रक्रिया की गई है। अंतिम संस्कार रविवार की दोपहर पैतृक गांव में ही किया जाएगा। इस मौके पर कई और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। वहीं शहीद के घर पर दिन भर जमावड़ा लगा रहा। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश त्रिपाठी ने शहीद परिवार के घर पहुंचकर दुख जताया। सदर बीडियो आकांक्षा सिंह ने ब्लॉक के सफाई कर्मियों की टीम लगाकर गांव जाने वाली सड़क की पटरियों की साफ-सफाई खुद की देखरेख में कराई।

सीएम योगी ने जताया शोक, 50 लाख सहायता की घोषणा की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिमांचल प्रदेश में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए प्रतापगढ़ निवासी सेना के जवान रीतेश कुमार पाल के निधन पर शोक जताया। योगी ने शहीद के स्वजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की और शहीद के स्वजन को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। शहीद के परिवार को एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जिले की एक सड़क का नामकरण शहीद रीतेश कुमार पाल के नाम पर करने की भी घोषणा की है। सीएम की घोषणा के बाबत शासन स्तर से जारी पत्र देने एसडीएम सदर मोहन लाल गुप्ता शहीद के घर पहुंचे। उन्होंने स्वजनों को सीएम की भावना से अवगत कराते हुए उन्हें पत्र सौंपा।

सदर विधायक ने गेट बनाने की घोषणा की

विधायक सदर राजकुमार पाल पूरे भैया स्थित बलिदानी के घर पहुंच गए। उन्होंने स्वागत के लिए चल रही सभी तैयारियों का खुद निरीक्षण किया। उन्होंने बलिदानी की याद में एक गेट और समाधि स्थल बनाने की घोषणा भी की।

शहीद के नाम हो मेडिकल कालेज : बृजेश सौरभ

वहीं भाजपा नेता व पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ भी रीतेश पाल के पूरे भैया स्थित घर पर पहुंचे और अपनी शोक संवेदना प्रकट की। इस दौरान पूर्व विधायक ने बलिदानी रीतेश पाल के नाम से प्रतापगढ़ के मेडिकल कॉलेज का नाम किए जाने की भी मांग की।

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